नई दिल्ली : अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर अंतरिक्ष यात्रियों सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर को लेकर गए स्पेसक्राफ्ट बोइंग स्टारलाइनर में खराबी आ गई है। इसके बाद अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का कहना है कि अंतरिक्ष यात्रियों के पहले दल को ले जाने वाले बोइंग स्टारलाइनर की वापसी को कुछ दिनों के लिए टाल दिया गया है। हालांकि, नासा की तरफ से अभी तक नई तारीखों के बारे में नहीं बताया गया है। इसके बाद नासा की भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और क्रू के अन्य सदस्यों के लिए बड़ी मुश्किलें खड़ी हो गई है।
अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी को लेकर अब कई तरह के सवाल खड़े रहे हैं। सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन पर एक सप्ताह रहने के बाद 13 जून को वापस लौटना था, लेकिन बोइंग स्टारलाइनर में गड़बड़ी की वजह से अंतरिक्ष यात्रियों की वापस नहीं हो पा रही है। इंजीनियरों को बोइंग अंतरिक्ष यान में कई गड़बड़ियां मिली हैं।
नासा अभी यह बताने की स्थिति में नहीं है कि दोनों अंतरिक्ष यात्री कब वापस लौटेंगे। टेस्टिंग और तकनीकी कारणों की वजह से देरी हुई है। नासा ने पहले अंतरिक्ष यान की वापसी को लेकर 26 जून की तारीख तय की थी, लेकिन उनकी वापसी नहीं हो पाई। राहत की बात यह है कि दोनों अंतरिक्ष यात्री स्वस्थ हैं।
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एलन मस्क के स्वामित्व वाली स्पेसएक्स आईएसएस में फंसी सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को बचाने के लिए कदम उठा सकती है। स्पेसएक्स को क्रू ड्रैगन अंतरिक्ष यान से उन्हें वापस लाने काम दिया जा सकता है। स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन ने मार्च के महीने में चार अंतरिक्ष यात्रियों को आईएसएस तक पहुंचाया था। इसमें दो से लेकर चार यात्री बैठ सकते हैं। इसके साथ ही आपातकालीन स्थिति में इसमें अतिरिक्त यात्री भी आ सकते हैं।
इस दिन लॉन्च हुआ था मिशन
बोइंग स्टारलाइनर को 5 जून को अमेरिका के स्थानीय समयानुसार सुबह 10 बजकर 52 मिनट पर लॉन्च किया गया था। फ्लोरिडा के केप कैनवेरल स्पेस फोर्स स्टेशन से चालक दल के साथ उड़ाने के लिए रवाना हुआ था। यह अपने नौ दिवसीय मिशन की पटरी से उतर गया है। अब हीलियम लीक होने के कारण उनकी वापसी की तारीख अनिश्चित हो गई। एक चिंता की बात यह भी है कि स्टारलाइनर जिस हार्मनी मॉड्यूल से जुड़ा है, उसमें ईंधन सीमित हैं। स्टारलाइनर सिर्फ 45 दिनों तक डॉक पर रह सकता है। अब इससे सुरक्षित वापसी की उड़ान की संभावना को झटका लग रहा है। हालांकि, नासा के कॉमर्शियल क्रू प्रोग्राम मैनेजर स्टीव स्टिच ने बताया है कि समान्य परिस्थिति में यह 45 दिनों तक जुड़ा रह सकता है, लेकिन अगर जरूरत पड़ती है, तो इसकी अवधी 72 दिनों के लिए बढ़ाई जा सकती है।
अभी की स्थित से यह साफ है कि अंतरिक्ष यात्री सुनाती विलियम्स और विल्मोर कम से कम 2 जुलाई तक आईएसएस पर रहेंगे। अधिकारी स्टारलाइनर को प्रभावित करने वाले हीलियम रिसाव की जांच में लगे हैं, जो स्टेशन पर रुका हुआ है। इंजीनियर अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी के लिए सबसे सुरक्षित कार्रवाई का तरीका निर्धारण करने के लिए परीक्षण और सिमुलेशन कर रहे हैं। स्टीव स्टिच ने कहा कि एसओपी का फॉलो कर रहे हैं और डेटा के आधार फैसले ले रहे हैं। वह मानते हैं कि एक बार समाधान होने पर उनकी वापसी हो जाएगी। इसके अलावा फंसे अंतरिक्ष यात्रियों को बचाने के लिए स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन अंतरिक्ष यान की मदद ली जा सकती है।
सुनीता के नाम दर्ज हैं ये रिकॉर्ड
भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स ने अपनी एक सहकर्मी के साथ पांच जून को तीसरी बार अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरी थीं। सुनीता विलियम्स अंतरिक्ष में रिकॉर्ड 322 दिन बिता चुकी हैं। वह पहली बार 9 दिसंबर 2006 को अंतरिक्ष में पहुंची थीं और 22 जून 2007 तक वहां रहीं। इसके बाद वह 14 जुलाई 2012 को दूसरी बार अंतरिक्ष यात्रा पर गईं और 18 नवंबर 2012 तक अंतरिक्ष में रहीं। साल 2012 में अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की यात्रा के दौरान सुनीता विलियम्स अंतरिक्ष में ट्रायथलॉन पूरा किया था। वह ऐसा करने वाली पहली व्यक्ति बनी थीं। विलियम्स मई 1987 में अमेरिकी नौसैन्य अकादमी से प्रशिक्षण पूरा किया, जिसके बाद वह अमेरिकी नौसेना से जुड़ी थीं। विलियम्स को 1998 में नासा ने अंतरिक्ष यात्री के तौर पर चुना था।