नई दिल्ली : चेहरे पर मुंहासों के घावों के पैटर्न की पहचान करने के लिए फेशियल मैपिंग, जिसे फेस मैपिंग भी कहा जाता है, एक विधि है, जो इसके अंतर्निहित कारणों को निर्धारित करने और उचित उपचारों का चयन करने में सहायता करती है।
सुमन अग्रवाल
आपके चेहरे पर मुंहासे निकलते होंगे, मगर इसकी वजह आपकी समझ में नहीं आती होगी। यदि आप बार-बार निकलने वाले मुंहासों से निजात पाना चाहती हैं तो फेस मैंपिग इसमें आपकी मदद कर सकती है। चेहरे पर मुंहासे या पिंपल खत्म करने के लिए हम क्या नहीं करते हैं। क्रीम, थेरेपी, मेडिसिन हर तरह के उपाय अपनाते हैं, फिर भी मुंहासे चेहरे की खूबसूरती बिगाड़ ही देते हैं।
दरअसल, हम मुंहासे होने का सही कारण जानते ही नहीं, न ही कभी समझने का प्रयास करते हैं, जिसकी वजह से इसका सही समाधान हो ही नहीं पाता है। असल में, हम त्वचा के ऊपरी हिस्से पर काम करते हैं, लेकिन इसकी वजह अंदरूनी होती है, जो कि हमारे स्वास्थ्य से जुड़ी होती है। यह सिर्फ त्वचा से जुड़ी समस्याओं के कारण नहीं, बल्कि हमारे शरीर के जिस भी अंग में गड़बड़ी होगी और त्वचा का जो भी हिस्सा उससे जुड़ा होगा, वहां दाने या मुंहासे निकलते हैं। त्वचा का इस तरह से किया गया गहन विश्लेषण फेस मैपिंग कहलाता है।
क्या है फेस मैपिंग
चेहरे पर मुंहासों के घावों के पैटर्न की पहचान करने के लिए फेशियल मैपिंग, जिसे फेस मैपिंग भी कहा जाता है, एक विधि है, जो इसके अंतर्निहित कारणों को निर्धारित करने और उचित उपचारों का चयन करने में सहायता करती है। फेस मैपिंग एक ऐसी प्राचीन तकनीक है, जो कि तीन हजार साल पुरानी त्वचा विश्लेषण पद्धति है।
चेहरे पर एक्ने की समस्या को दूर करने के लिए इसका उपयोग कारगर माना जाता है। हालांकि अब तक इसको पूरी तरह प्रमाणित नहीं किया गया है, लेकिन आज के समय में सौंदर्य और त्वचा विशेषज्ञ इसका उपयोग करने लगे हैं। वैज्ञानिक तौर पर फेस मैपिंग आपके स्वास्थ्य का हाल-चाल बताने में और त्वचा के किस हिस्से में क्यों एक्ने हो रहे हैं, इसका विश्लेषण करने में में मदद करती है। फेस मैपिंग का उपयोग लालिमा, खाद्य एलर्जी के कारण चकत्ते, रेखाएं, सूजन और झुर्रियों जैसी समस्याओं के इलाज में भी किया जा सकता है। फेस मैपिंग में चेहरे को कम से कम 10 अलग-अलग क्षेत्रों में विभाजित किया जाता है।
एक्ने होने की सही वजह
माना जाता है कि चेहरे पर दाने तब निकलते हैं, जब चेहरे को साफ-सफाई से नहीं धोया जाता, जिस वजह से स्किन के पोर्स ब्लॉक हो जाते हैं। इसके अलावा स्किन में किसी भी तरह की समस्या हो, तब भी चेहरे पर तरह-तरह की समस्याएं देखी जाती हैं। कई बार पिंपल हमारी सेहत के बारे में कुछ इशारा कर रहे होते हैं। खासतौर पर ये कहां निकल रहे हैं, यह एक संकेत है कि शरीर के किसी अंग में कोई न कोई समस्या जरूर है।
त्वचा विशेषज्ञ बताते हैं कि स्किन में होने वाली एलर्जी, रेडनेस, एक्ने, दाने या किसी भी तरह की समस्या कई बातों पर निर्भर करती है, जैसे कि एलर्जी, गलत डाइट, तनाव का स्तर बढ़ना, हार्मोन का असंतुलित होना, उम्र और आनुवंशिकता। त्वचा विशेषज्ञ यह भी बताते हैं कि फेस मैपिंग के जरिये त्वचा के कई हिस्सों में होने वाले दानों की वजहों का पता लगाया जा सकता है।
विज्ञान क्या कहता है
इस प्रश्न का उत्तर देते हुए कुछ शोध कहते हैं कि चेहरे पर कुछ खास तरह की त्वचा संबंधी समस्याएं होती हैं, जो खास क्षेत्रों में दिखाई देती हैं। ये ठोड़ी या गालों पर मुंहासे एवं लालिमा, हार्मोन असंतुलन, तनाव या प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
कुछ प्रकाशित शोध यह भी बताते हैं कि फेस मैपिंग से त्वचा को लाभ हो सकता है। 2019 के एक अध्ययन में यह भी कहा गया कि चेहरे की त्वचा में ट्रांस एपीडर्मल वॉटर लॉस , कैपेसिटेंस, रक्त प्रवाह, सीबम, पीएच और तापमान में अलग-अलग क्षेत्रीय अंतर प्रदर्शित होते हैं, जिसका अर्थ है कि चेहरे के कुछ हिस्से जीवन-शैली में बदलाव से प्रभावित हो सकते हैं। आधुनिक त्वचा विज्ञान के अनुसार, चेहरे पर प्रकट होने वाली अधिकांश त्वचा संबंधी समस्याएं स्वास्थ्य से जुड़ी होती हैं, जो कि मूल कारण को संदर्भित करती हैं।
माथा और हेयरलाइन
अगर आपको इन जगहों पर दाने निकल रहे हैं तो इसका मतलब है कि आपका पाचन तंत्र ठीक नहीं है। साथ ही हेयरलाइन पर दाने का मतलब है कि आप तनाव में हैं, जिस वजह से हार्मोनल असंतुलन हो रहा है, खासतौर से टेस्टोस्टेरोन जैसे एंड्रोजेनिक हार्मोन का स्तर बढ़ रहा है। इसलिए जरूरी है कि आप अपनी सेहत का ध्यान रखें।
सांस की दिक्कत का संकेत
अगर गालों पर दाने निकल रहे हैं तो इसका मतलब है कि आपको सांस की दिक्कत है, यानी आपका रेस्पिरेटरी सिस्टम सही तरीके से काम नहीं कर रहा है। रेस्पिरेटरी सिस्टम उन सारे अंगों से मिलकर बनता है, जो आपको सांस लेने में मदद करते हैं। वहीं, अगर आप बहुत ज्यादा प्रदूषित शहर में रहती हैं तो यह भी इसका एक मुख्य कारण है। इसलिए जरूरी है कि आप रोजाना ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें।
ठुड्डी एवं भौंह
भौंह से लेकर नाक और ठुड्डी पर दाने तब निकलते हैं, जब आपको किसी तरह की एलर्जी हो गई हो। वहीं, इन जगहों पर त्वचा संबंधी किसी तरह की परेशानी पाचन से जुड़ी समस्याओं को इंगित करती है। इसलिए आपको अपने खाने-पीने की आदतों में सुधार करना चाहिए, साथ ही ऐसे भोज्य पदार्थों से दूर रहना चाहिए, जिन से आपको एलर्जी हो।
नाक पर दानों का मतलब
अगर आपकी नाक पर दाने निकल रहे हैं तो इसका मतलब है कि आपका लिवर और किडनी सही तरह से काम नहीं कर रहे। ये दाने इस क्षेत्र में ब्लैकहेड्स और व्हाइटहेड्स जैसे गैर-सूजन वाले घाव के रूप में दिख सकते हैं, जो हृदय से संबंधित रोगों के साथ हाई ब्लड प्रेशर की समस्या को दर्शाते हैं।
फेस को मैप करने के ये कुछ तरीके हैं, जिनसे शरीर के अंदर होने वाली समस्याओं को समझा जा सकता है। इसके अलावा अगर माथे पर लालिमा दिखती है तो इसका मतलब है कि आप अपने तनाव को मैनेज नहीं कर पा रही हैं। आपका पाचन भी सही नहीं है और कहीं न कहीं आपकी नींद भी पूरी नहीं हो पा रही है। इसी तरह अगर माथे पर आपको फाइन लाइन और झुर्रियां दिखती हैं या आंखों में सूजन होती है, तो यह संकेत होता है कि आपकी किडनी सही तरह से काम नहीं कर रही है। गले पर लालिमा होने का मतलब है कि आपका इम्यून सिस्टम कमजोर है। आप ज्यादा तनाव ले रही हैं और आपको लिवर या फेफड़े संबंधी कोई परेशानी भी हो सकती है।
सिर्फ एक कारण नहीं है
दिल्ली के लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज में त्वचा विज्ञान विभाग के सीनियर रेजिडेंट, डॉ. अमित कुमार मीणा कहते हैं, आपके मुंहासों का कारण पता लगाना एक मुश्किल काम हो सकता है। लेकिन फेस मैपिंग के जरिये शरीर स्वस्थ है या नहीं, इसका काफी हद तक पता चलता है। अगर जॉ लाइन और हेयरलाइन पर एक्ने निकलते हैं तो इसका मतलब है कि शरीर में हार्मोन का असंतुलन है।
वहीं, अगर 25 साल की उम्र के बाद भी लगातार एक्ने की समस्या बनी रहती है तो इसका मतलब लिवर में कोई समस्या है। फोरहेड पर अगर दाने हैं तो मतलब डैंड्रफ या स्कैल्प की गंदगी है या फिर पेट साफ नहीं है। इसके अलावा कई मामलों में पीसीओएस भी जिम्मेदार होता है। शरीर में डिस्बिओसिस का होना इसका एक मुख्य कारण हो सकता है, जिससे बैक्टीरिया का संतुलन बिगड़ने लगता है, यानी जीआई ट्रैक्ट में होने वाले बैक्टीरिया असंतुलित हो जाते हैं। इस कारण त्वचा का फ्लोरा खराब हो जाता है और एक्ने निकल आते हैं। फेस मैपिंग एक मददगार तकनीक है, जो मुंहासे से पीड़ित महिलाओं को यह समझने में मदद कर सकती है कि उन्हें कैसे और क्यों मुंहासे हो रहे हैं।
 
			





