धमतरी:- लोगों का ऐसा ऐसा मानना है कि बंद पड़ी घड़ी अच्छे संकेत नहीं देती है. बंद पड़ी घड़ी अशुभ मानी जाती है. हालाकि विज्ञान और उसके जानकार इन बातों को नहीं मानते हैं. दरअसल शहर के सबसे बिजी चौराहे में से एक धमतरी का घड़ी चौक है. यहां पर लगी बड़ी सी दीवार घड़ी करीब 9 महीनों से खराब पड़ी है. घड़ी के खराब होने से वो समय नहीं बता पाती. स्थायनीय लोगों और व्यापारियों की मांग है कि इस घड़ी को हटा दिया जाए. लोगों का कहना है कि लाखों की इस घड़ी को ठीक करना मुश्किल है. नगर निगम खुद घाटे में विकास के काम होने है ऐसे में घड़ी पर खर्च करने के बजाए दूसरे कामों पर ध्यान दिया जाए. लोगों का कहना है कि जब घड़ी लगी थी तब की बात कुछ और थी. उस वक्त सबके पास घड़ी नहीं हुआ करती थी. लोग समय देखने के लिए इस घड़ी पर भरोसा करते थे.
16 साल पहले 58 लाख में लगी थी घड़ी: घड़ी चौक पर लगी ये दीवार घड़ी पहले लगी थी. घड़ी को लगाने के लिए तब नगर निगम की ओर से 58 लाख खर्च किए गए थे. लोगों का कहना कि अब लोगों के पास मोबाइल और घड़ी होती है लिहाजा अब इस दीवार घड़ी की जरुरत नहीं है. स्थानीय व्यापारियों और लोगों का कहना है कि साल 2008 में लगाया गया था. लोगों का कहना है कि जब घड़ी सही समय ही नहीं बताती है तो ऐसे घड़ी की हमें क्या जरुरत है. घड़ी चौक को यहां से हटा देना चाहिए इससे जाम से भी छुटकारा मिलेगा.
महापौर ने क्या कहा: धमतरी नगर निगम के महापौर रामू रोहरा ने कहा कि बेशक हम इस मुद्दे पर विचार कर रहे हैं. लोगों से बात भी करेंगे. अगर इसे हटाने से फायदा होगा तो हम इस पर काम करेंगे. शास्त्री जी की जो प्रतिमा यहां पर लगी है उसे हटाना है या नहीं इसपर भी जानकारों से राय ली जाएगी. ये जो यहां पर स्ट्रक्चर बना है उससे लोगों को दिक्कत भी होती है. जो भी हम फैसला लेंगे वो नियमों के मुताबिक ही लेंगे.