नई दिल्ली: अब तक 14 सीजन के मुकाबले खेले जा चुके हैं. बोर्ड टी20 लीग के 2023 से 2027 सीजन के मीडिया राइट्स बेचने की तैयारी में जुटा हुआ है. कई रिपोर्ट के मुताबिक, इससे भारतीय बोर्ड को 40 हजार से लेकर 45 हजार करोड़ रुपए मिल सकते हैं. लेकिन इसके पीछे क्या वजह है. तो आइए आपको बताते हैं कि आखिर मीडिया राइट्स में इतनी बढ़ोतरी क्यों होने जा रही है. पिछले दिनों टी20 लीग से 2 नई टीमें जुड़ गई हैं. लखनऊ और अहमदाबाद को पहली बार मौका मिला है. यानी अब लीग में कुल 10 टीमें उतरेंगी. 12 और 13 फरवरी को आईपीएल 2022 (IPL 2022) का मेगा ऑक्शन भी है.
इकोनॉमिक टाइम्स की खबर के अनुसार, बीसीसीआई टी20 लीग में 2023 में 74, 2024 और 2025 में 84-84 जबकि 2026 और 2027 में 94-94 मैच आयोजित कर सकता है. आईपीएल 2021 की बात करें तो कुल 60 मुकाबले हुए थे. ऐसे में मैच की संख्या लगभग डेढ़ गुना से अधिक हो जाएगी. इस कारण बीसीसीआई को मीडिया राइट्स से भी बड़ी कमाई की उम्मीद है. 2018-22 की बात करें तो स्टार इंडिया ने 16,347.5 करोड़ रुपए में आईपीएल के राइट्स खरीदे थे. इस बार कई और दिग्गज मैदान में उतर रहे हैं.
मैच की संख्या बढ़ने का मतबल है कि खिलाड़ियों को इंटरनेशनल मैच के अलावा आईपीएल भी खेलना होगा. आईसीसी (ICC) भी 2031 तक हर साल एक बड़ा टूर्नामेंट आयोजित करने की तैयारी कर चुका है. यानी खिलाड़ियाें का वर्कलोड बढ़ने जा रहा है. उनकी कमाई में भी इजाफा होगा. इसे इस तरह समझा जा सकता है. आईपीएल 2022 (IPL 2022) के मेगा ऑक्शन में सभी टीमों का पर्स बढ़ाकर 90 करोड़ कर दिया गया है. पिछले सीजन में यह 85 करोड़ था. यानी आने वाले समय में इसमें और बढ़ोतरी होगी. ये पैसे खिलाड़ियों को ही मिलेंगे.
टेस्ट और वनडे फॉर्मेट पर होगा असर
आईपीएल शुरू होने के बाद दुनिया के हर देश में टी20 लीग का आयोजन किया जा रहा है. पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, बांग्लादेश सहित सब देश लीग पर ध्यान दे रहे हैं. इससे उनकी भी कमाई हो रही है. कई खिलाड़ी सिर्फ दुनियाभर की टी20 लीग में खेल रहे हैं. वे नेशनल टीम पर अधिक ध्यान नहीं दे रहे. कई खिलाड़ी टी20 विशेषज्ञ के तौर पर खेल रहे हैं. ऐसे में अगर टी20 लीग में मैचों की संख्या बढ़ती है तो टेस्ट और वनडे फॉर्मेट पर इसका असर होगा. मालूम हाे कि बीसीसीआई ने पिछले सीजन में फर्स्ट क्लास टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी नहीं कराई थी