नई दिल्ली : दुनियाभर में बढ़ती कई प्रकार की क्रोनिक बीमारियों के लिए लाइफस्टाइल और आहार में गड़बड़ी को प्रमुख कारण माना जाता रहा है। समय के साथ लोगों में बढ़ती शारीरिक निष्क्रियता और आहार में प्रोसेस्ड-जंक फूड्स के सेवन के कारण कई प्रकार की बीमारियों का खतरा रहता है। अध्ययनों में शराब-सिगरेट जैसी गड़बड़ आदतों को कैंसर, हार्ट की समस्या और गंभीर बीमारियों का कारण माना जाता है जो हर साल लाखों लोगों की मौत का कारण बनती है।
इस बीच एक हालिया अध्ययन में शोधकर्ताओं ने आहार की गड़बड़ी से संबंधित एक और गंभीर जोखिम कारक को लेकर सभी लोगों को सावधान किया है। अमेरिका स्थित इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ मैट्रिक्स एंड इवैल्यूएशन की रिपोर्ट के अनुसार लाइफस्टाइल की जिन समस्याओं के कारण सबसे ज्यादा मौतें रिपोर्ट की जाती रही हैं उनमें सिगरेट पीने के कारण होने वाली बीमारियां प्रमुख हैं, शराब को मौत का दूसरा सबसे बड़ा कारण पाया गया है। हालांकि सबसे आश्चर्यजनक बात ये है कि शराब-सिगरेट के होने वाली सबसे ज्यादा मौतों के लिए नमक के अधिक सेवन को कारण पाया गया है।
नमक के अधिक सेवन से हार्ट और शरीर में इंफ्लामेशन से संबंधित कई प्रकार की गंभीर और जानलेवा बीमारियों का खतरा हो सकता है।
नमक के अधिक सेवन के कारण बढ़ती बीमारियां
विश्व स्वास्थ्य संगठन के विशेषज्ञों ने कहा, हमें रोजाना दो ग्राम से अधिक मात्रा में नमक नहीं खाना चाहिए। जिन लोगों को पहले से हार्ट या ब्लड प्रेशर की समस्या रही है उन्हें इसकी मात्रा 1500 मिलीग्राम से भी कम रखना चाहिए। यानि एक दिन में एक से डेढ़ चम्मच नमक के बराबर है।
आप जितना ज्यादा नमक खाते हैं, ब्लड प्रेशर और इसके कारण होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा उतना अधिक हो जाता है। ये हृदय रोगों का भी प्रमुख कारण है जिसके मामले वैश्विक स्तर पर तेजी से बढ़ रहा है।
नमक की अधिकता बढ़ा रही है हार्ट की समस्याएं
हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ आमिर सिद्दिकी कहते हैं, नमक के अधिक सेवन का स्वास्थ्य समस्याओं पर सीधा असर पड़ता है। ये उच्च रक्तचाप का सबसे बड़ा कारक है जिससे धमनियों की दीवारों पर अतिरिक्त दवाब बढ़ जाता है। ब्लड प्रेशर बढ़ने के कारण दिल का दौरा, स्ट्रोक और अन्य हृदय रोगों का खतरा बढ़ रहा है।
गड़बड़ लाइफस्टाइल के कारण हार्ट की दिक्कतें पहले से बढ़ी हुई देखी जा रही हैं, नमक का सेवन इस खतरे को और भी बढ़ा देता है। हर उम्र के व्यक्तियों में नमक के सेवन से होने वाले दुष्प्रभाव देखे जाते रहे हैं। इसके जोखिम सिर्फ हृदय रोगों तक भी सीमित नहीं हैं।
नमक से होने और समस्याएं
डॉक्टर ने कहा कि अधिक नमक के सेवन से किडनी की बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। हमारी किडनी शरीर के सोडियम संतुलन को बनाए रखने के लिए जिम्मेदार होती है। जो लोग अधिक नमक खाते हैं उनकी किडनी इसे ठीक तरीके से बाहर नहीं कर पाती है जिससे किडनी से संबंधित बीमारियों का भी खतरा रहता है। इतना ही नहीं अधिक नमक के सेवन से कैल्शियम की हानि भी हो सकती है, जिससे हड्डियां कमजोर हो जाती हैं और ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ सकता है।
क्या कहते हैं स्वास्थ्य विशेषज्ञ?
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, हम सभी को लगता है कि भोजन में जो नमक मिलाया जा रहा है सिर्फ वही खतरनाक है, पर ध्यान देने वाली बात ये भी है कि हम अप्रत्यक्ष रूप से जैसे चिप्स, पैक्ड चीजों, नमकीन से भी अधिक मात्रा में सोडियम ले रहे होते हैं। शरीर को स्वस्थ रखने के लिए आहार में नमक और चीनी दोनों की मात्रा संयमित रखें। अगर हम सभी आहार को ठीक रख लेते हैं तो इससे कई प्रकार की गंभीर और क्रोनिक बीमारियों का खतरा कम किया जा सकता है।