रायपुर:– हिचकी अक्सर एक सामान्य और अस्थायी समस्या होती है, लेकिन जब ये बार-बार या लंबे समय तक बनी रहती है तो बहुत परेशान कर सकती है. कई बार डायाफ्राम की अचानक सिकुड़न इसकी वजह होती है. अच्छी बात यह है कि कुछ घरेलू उपायों से हिचकी से राहत पाई जा सकती है. आइए जानते हैं कुछ आसान और असरदार घरेलू उपाय.
पानी पीना: ठंडा पानी धीरे-धीरे पीने से गले और डायाफ्राम को शांत करने में मदद मिलती है, जिससे हिचकी रुक सकती है. कई बार एक ही सांस में एक गिलास पानी पी लेने से भी तुरंत राहत मिल जाती है.
सांस रोक कर रखना: गहरी सांस लें और कुछ सेकंड 10–15 सेकंड तक रोककर रखें. इससे कार्बन डाइऑक्साइड का स्तर बढ़ता है, जिससे डायाफ्राम की हरकत सामान्य हो सकती है.
नींबू चूसना या स्वाद बदलना: कुछ खट्टा जैसे नींबू चूसना या सिरका की कुछ बूंदें लेना मुंह का स्वाद बदल देता है और ब्रेन का ध्यान हिचकी से हटता है.
चीनी खाना: थोड़ी सी चीनी जीभ पर रखकर धीरे-धीरे चूसें. इससे नर्व सिग्नल शिफ्ट हो सकते हैं और हिचकी बंद हो सकती है.
कागज की थैली में सांस लेना: धीरे-धीरे एक पेपर बैग में सांस लें और छोड़ें. यह भी कार्बन डाइऑक्साइड का स्तर बढ़ाकर डायाफ्राम को सामान्य कर सकता है. ध्यान दें कि प्लास्टिक बैग का प्रयोग न करें.
मूंगफली का मक्खन: एक चम्मच मूंगफली का मक्खन खाएं. इसे चबाने और निगलने की प्रक्रिया से सांस की गति और डायाफ्राम की गति में बदलाव होता है, जिससे हिचकी रुक सकती है.
कब डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए?
अगर हिचकी 48 घंटे से ज्यादा समय तक बनी रहे, बहुत बार और बिना वजह हो रही हो, नींद, खाना या बोलने में रुकावट डाल रही हो तो यह किसी और मेडिकल समस्या का संकेत हो सकती है. ऐसे में डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है.