नई दिल्ली: मुकरने वाला यह 17वां गवाह था जिसने गवाही देने से इनकार कर दिया। 17वें गवाह ने अदालत में महाराष्ट्र एटीएस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उसने कहा कि महाराष्ट्र एटीएस ने उसका अपहरण कर लिया था और उसे तीन से चार दिनों तक अवैध हिरासत में रखा था। गवाह का आरोप है कि एटीएस ने इस मामले में जबरन आरएसएस नेताओं का नाम लेने के लिए मजबूर किया था।
बता दें कि मालेगांव विस्फोट मामले में अब तक 17 गवाह मुकर चुके हैं। इस धमाके में 6 लोगों की मौत हुई थी और 101 लोग घायल हुए थे। अदालत में अपने बयान से मुकरने वाला यह 17वां गवाह है। इस मामले में अब तक कुल 221 लोगों की गवाही हो चुकी है। अधिकांश गवाहों ने परिवार के सदस्यों को प्रताड़ित करने और उल्हें फंसाने की धमकी देने के आरोप एटीएस पर लगाए हैं।
पहले भी बयान से मुकर चुके हैं गवाह अगस्त 2021 में लेफ्टिनेंट कर्नल पुरोहित के खिलाफ बयान देने वाला गवाह मुकर गया था, जिसके बाद विशेष एनआईए अदालत ने उसे पक्षद्रोही करार दिया था। लेफ्टिनेंट कर्नल पुरोहित के अलावा इस मामले के अन्य आरोपी भोपाल से भाजपा की लोक सभा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर, सेवानिवृत मेजर रमेश उपाध्याय, अजय रहिरकर, सुधाकर द्विवेदी, सुधाकर चतुर्वेदी और समीर कुलकर्णी हैं।