भोपाल: सबसे पहले भगवान महाकाल का जल से अभिषेक किया गया। इसके बाद दूध, दही, घी, शक्कर, शहद और फलों के रस से बने पंचामृत से पूजन किया गया।
श्री महाकालेश्वर को त्रिपुण्ड और चंद्र अर्पित कर भस्म चढ़ाई गई। महाकाल ने शेषनाग का रजत मुकुट, रजत की मुण्डमाल, रुद्राक्ष की माला के साथ सुगंधित पुष्प से बनी फूलों की माला धारण की। फल और मिष्ठान का भोग लगाया। बुधवार को बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने भस्म आरती में शामिल को होकर पुण्य लाभ कमाया।