नई दिल्ली। भगवान शिव बहुत दयालु और औढरदानी हैं, जिनकी साधना करने पर साधक के जीवन से जुड़े सारे कष्ट दूर और मनोकामनाएं पूरी होती हैं. देवों के देव हैं महादेव कोई शिव तो कोई भगवान शंकर तो कोई भोलेनाथ तो कुछ लोग उन्हें गंगाधर, नीलकंठ आदि के नाम से पूजते हैं.
इस देश में शिव का जिस चीज से जुड़ाव होता है, वे उसी रूप से जाने जाते हैं. मसलन यदि उनको किसी पीपल के नीचे विधि–विधान से पूजा जाता है तो उनके भक्त पिपलेश्वर महादेव के नाम से ही पुकारने लगते हैं. आपसे जाने–अनजाने कोई गलती न हो, इसके लिए जरूर जान शिव की पूजा से जुड़े ये जरूरी नियम.
सर्वप्रथम तो यह जान लें कि शिव की पूजा हमेशा तन और मन से पवित्र होकर करनी चाहिए. साथ ही साथ हमेशा बगैर सिले हुए वस्त्र पहनकर शिव पूजा करने का प्रयास करें.
शिव की पूजा कभी भी जमीन पर बैठकर न करें. शिव की पूजा में शुद्ध आसन का प्रयोग करें. यदि संभव हो तो उनी आसन पर बैठकर शिव की पूजा करें.
भगवान शिव की पूजा हमेशा पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके करना चाहिए.
शिव पूजा के समय अपने मन में किसी भी प्रकार का क्रोध, ईष्र्या या फिर कोई अन्य गलत भाव न लाएं.
भगवान शिव की पूजा करते समय भगवान शिव को भस्म, रुद्राक्ष आदि चढ़ाने के साथ–साथ स्वयं भी भस्म का त्रिपुंड माथे पर बनाएं और रूद्राक्ष को धारण करें.
भगवान शंकर की पूजा में तिल और चम्पा के फूल का प्रयोग नहीं किया जाता है.
भगवान शिव की पूजा में संभव हो तो सफेद पुष्प, धतूरा, भांग, बेलपत्र, शमी की पत्तियां आदि चढ़ाना चाहिए. ध्यान रहे कि शिव को हमेशा बेलपत्र उलट कर चढ़ाना चाहिए.
भगवान शिव की पूजा में भूलकर भी हल्दी और सिंदूर चढ़ाएं. ये दोनों ही चीजें भगवान शिव को अप्रिय हैं.
शिव की कृपा पाने के लिए शिवलिंग पर हमेशा दूध मिले हुए जल से अभिषेक करें. शिवलिंग पर पैकेट से दूध न चढ़ाएं. शिवलिंग पर हमेशा बर्तन से ही दूध चढ़ाना चाहिए. भगवान शिव को अर्पित किया जाना वाला दूध हमेशा ठंडा होना चाहिए. कभी भी दूध को उबालकर शिव को न चढ़ाएं.
शिवलिंग की पूजा को एक बार कहीं पर स्थापित करने के बाद बार–बार उसका स्थान बदलने की गलती न करें. यदि किसी कारण से ऐसा करना पड़ जाए तो सबसे पहले शिवलिंग को गंगाजल और ठंडे दूध से स्नान कराएं. इसके पश्चात ही क्षमा मांगते हुए उन्हें उनके स्थान से हटाएं.
घर में यदि पारद शिवलिंग को स्थापित करके पूजा करने की सोच रहे हैं तो उन्हें कभी भी अकेले न रखें.