रायगढ़ Raigarh : छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में दो दिन पहले नायब तहसीलदार और वकीलों के बीच विवाद गरमाता जा रहा है। आरोपी वकीलों की तलाश में पुलिस ने देर रात उनके घरों पर छापे मारे, लेकिन किसी का पता नहीं चला। सबके मोबाइल फोन बंद हैं। अफसरों ने चेतावनी दी है कि गिरफ्तारी नहीं होने पर सोमवार को जिले के सभी सरकारी दफ्तर बंद रहेंगे। बिगड़ते हालात को देखते हुए पुलिस भी सतर्क हो गई है। जिले भर से थानेदारों को रायगढ़ बुलाया गया है।
दरअसल, छत्तीसगढ़ राज्य प्रशासनिक सेवा संघ के अध्यक्ष आशुतोष पांडे की अगुआई में शनिवार को एक आपात बैठक में निंदा प्रस्ताव पारित हुआ था। देर शाम डिप्टी कलेक्टर, ज्वाइंट कलेक्टर और अपर कलेक्टर ने SP को ज्ञापन देकर आरोपी वकीलों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग की। इसके बाद CSP के नेतृत्व में चार टीमों ने देर रात आरोपी वकीलों के घर दबिश दी, लेकिन उनका पता नहीं चला। अब साइबर सेल की मदद से ट्रेस की जा रहा है।
वकील की विवादित पोस्ट ने फिर बिगाड़ा माहौल
दूसरी ओर सारंगगढ़ के एक वकील एचएल कुर्रे के सोशल मीडिया पर किए गए विवादित पोस्ट ने फिर माहौल बिगाड़ दिया है। इस पोस्ट में तहसीलदार को भिखारी बताते हुए आपत्तिजनक बातें कही गई हैं। दुष्ट राजस्व अधिकारी सुधर जाए वरना अधिवक्ताओं के पास बड़े बड़े हत्यारों, किलर की बगिया होती है। वहीं नेताओं-मंत्रियों पर भी टिप्पणी की गई है। इसके बाद पुसौर तहसीलदार ने चक्रधर नगर थाना प्रभारी को लिखित आवेदन देकर आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज करने को कहा है।
गिरफ्तारी पर भड़के अधिवक्ता, पुलिस बोली यह भी शामिल था
वहीं पुलिस ने रविवार को एक वकीन भुवन साव को गिरफ्तार कर लिया है। इसके बाद सभी अधिवक्ता एकजुट होकर थाने पहुंच गए हैं। वहां पर हंगामा जारी है। अधिवक्ताओं का कहना है कि पुलिस ने जिस वकील को पकड़ा है, उसे जानकर फंसाया गया है। वह सिर्फ हंगामे वाले दिन वहां खड़ा था। मारपीट में उसका कोई हाथ नहीं है। पुलिस का कहना है कि जांच में पांच से अधिक आरोपियों का होना पता चला है।
इसके बाद वकील भुवन साव को गिरफ्तार किया गया।उधर, कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के संयोजक मोहम्मद कलीम उल्लाह का कहना है आरोपी वकीलों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो कल से जिले के सारे कार्यालय बंद होंगे। कामकाज बंद की अनिश्चिकालीन धरना दिया जाएगा।