रायपुर Raipur : छत्तीसगढ़ भाजपा आरटीआई सेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर जांच कराने की मांग की है। भाजपा आरटीआई सेल के सह मीडिया प्रभारी आलोक शर्मा ने दस्तावेजी प्रमाण के साथ इस बात का खुलासा किया है। कहा है कि नगर निगम रायपुर ने स्मार्ट सिटी लिमिटेड के माध्यम से 79,90,162 रुपए केवल मात्र किराए के सामान पर ही खर्च कर दिए। यदि इतने रुपए के सामान खरीदे जाते तो उसका खरीदी का दर किराए से भी कम आता।
इस दौरान सीसीटीवी व साउंड सिस्टम पर ही 59,37,662 रुपए किराये पर खर्च किया गया है। 25 इंटरकाॅम के लिए 11,25,000 रुपए, किराए का वायर 750 मीटर का किराया 2,96,000 रुपए दिया गया है। इतने दर पर तो इससे अधिक वायर की खरीदी की जा सकती थी।शर्मा ने बताया कि 23 बड़े बिजली बल्ब के लिए 1,72,500 रुपए का भुगतान किराए के एवज में दी गई है। इससे हास्यास्पद और क्या हो सकता है कि 157 सीएफएल बल्ब भी किराए में लिए गए थे। इसका 3,14,000 रुपया दिया गया है।
इतने मूल्य पर तो कई गुणा सीएफएल बल्ब भी खरीदे जा सकते थे। 1 एसी के लिए 75,000 रुपए व 5 कुलर का किराया 70,000 रुपए भुगतान किया गया है। इससे साबित होता है कि कोरोना के नाम पर आपदा को अवसर में बदलकर नगर निगम रायपुर ने भारी भ्रष्टाचार किया है। यह बात सिध्द होटी है कि भ्रष्टाचार की जननी कांग्रेस ही रही है। उन्होंने मांग की है कि इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच हो व भ्रष्टचार में संलप्ति दोषियों को तत्काल गिरफ्तार किया जाए।