नई दिल्ली : देश के पांच राज्यों हो रहे है विधानसभा चुनाव के बाद एक बार फिर पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ सकती हैं। कमोडिटी एक्सपर्ट्स का मानना है कि देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश समेत देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। लिहाजा पेट्रोल और डीजल के दाम नहीं बढ़ रहे है। जैसे ही विधानसभा चुनाव खत्म होंगे देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में भारी तेजी आ सकती है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमत 93 डॉलर पहुंच गई है, लेकिन देश में दिवाली के बाद से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। माना जा रहा है कि चुनावों के बाद घरेलू तेल कंपनियों पेट्रोल-डीजल की कीमतों में भारी बढ़ोतरी कर सकती हैं ताकि अभी हो रहे नुकसान की भरपाई की जा सके। दिल्ली में अभी पेट्रोल की कीमत 95.41 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 86.67 रुपये लीटर है।
अगर तेल कंपनियां अंतरराष्ट्रीय कीमतों के मुताबिक दाम बढ़ाती हैं तो दिल्ली में पेट्रोल की कीमत करीब 105 रुपये और डीजल की 96 रुपये पहुंच सकती है। अगर ऐसा हुआ तो इसका महंगाई पर व्यापक असर होगा। उपभोक्ताओं के लिए कीमतों में एक साथ भारी बढ़ोतरी के बजाय रोज-रोज होने वाले मामूली बदलाव को झेलना आसान है। एक साथ कीमतों में भारी तेजी से ट्रांसपोर्ट कॉस्ट बढ़ जाती है और इससे बाकी चीजें भी महंगी हो जाती है। इससे महंगाई बेकाबू हो सकती है। इससे ब्याज दरें और आर्थिक सुधार पर भी असर पड़ेगा।