अयोध्या : लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा ने मिशन अयोध्या का रोडमैप तैयार किया है। मंदिर निर्माण में संघ और भाजपा की भूमिका तैयार हो गई है। भारतीय जनता पार्टी ने प्राण-प्रतिष्ठा के बाद लोकसभा चुनाव से पहले हर बूथ से कम से कम एक शख्स को रामलला के दर्शन कराने की तैयारी की जा रही है।
भाजपा ने लोकसभा चुनाव से पहले पूरे देश को राममय करने की रणनीति बनाई है। इसके तहत जहां 22 जनवरी को प्राण-प्रतिष्ठा वाले दिन हर गांव में दिवाली मनाने की योजना बनाई गई है, वहीं प्राण-प्रतिष्ठा के बाद लोकसभा चुनाव से पहले हर बूथ से कम से कम एक व्यक्ति को रामलला का दर्शन कराने की तैयारी है।
इस दौरान भाजपा के कार्यकर्ता गांव-गांव एक बुकलेट वितरित करेंगे जिसमें राम मंदिर आंदोलन में संघ-भाजपा नेताओं की भूमिका और विपक्ष के रोड़े अटकाने का जिक्र होगा। इस संबंध में मंगलवार को पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह की अगुवाई में मैराथन बैठक हुई।
बैठक में सभी राज्यों के पदाधिकारियों के साथ पार्टी महासचिव सुनील बंसल, तरुण चुघ, केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव और अश्विणी वैष्णव मौजूद थे। बैठक में संघ और विश्व हिंदू परिषद के अक्षत वितरण सहित राम मंदिर से जुड़े दूसरे कार्यक्रमों में भाजपा कार्यकर्ताओं की सक्रिय उपस्थिति सुनिश्चित करने की भी रणनीति बनी।
दक्षिण के राज्यों पर ज्यादा फोकस
पार्टी ने हर बूथ से कम से कम एक व्यक्ति को रामलला के दर्शन कराने की जो योजना तैयार की है उसमें दक्षिण के राज्यों से अधिक से अधिक लोगों को शामिल किया जाएगा ताकि राजनीतिक रूप से यहां भाजपा मजबूत हो सके। पार्टी की रणनीति है कि हर लोकसभा चुनाव से कम से कम पांच हजार लोग रामलला का दर्शन करें और दर्शन के बाद अपने अपने क्षेत्र में इसका प्रचार प्रसार करें।
शहरों से प्रतिदिन पांच से पैंतीस ट्रेनें चलेंगी
लोगों को रामलला का दर्शन कराने के लिए देश के 430 शहरों से प्रतिदिन पांच से पैंतीस ट्रेनें चलेंगी। इसके अलावा अयोध्या के नजदीकी राज्यों से बड़ी संख्या में बस सेवा भी उपलब्ध होगी। कार्यकर्ताओं को भक्तों की यात्रा शुरू होने से रामलला के दर्शन और घर वापसी तक उनका ख्याल रखने का निर्देश भी दिया गया है।
दर्शन के दौरान भव्य स्वागत
रामलला के दर्शन के दौरान पार्टी कार्यकर्ता भक्तों का ढोल नगाड़ों के साथ भव्य स्वागत करेंगे। उन्हें आंदोलन के इतिहास के संदर्भ में बुकलेट देंगे और उनकी सुविधाओं का पूरा ख्याल रखेंगे।
सूत्रों का कहना है कि 23 जनवरी से प्रतिदिन कम से कम 50 हजार भक्त भाजपा की सहायता से रामलला का दर्शन करेंगे। यही लोग बाद में अपने गांव-इलाके में वापस जा कर इसका प्रचार प्रसार करेंगे।