नई दिल्ली : तंबाकू हमारी सेहत के लिए कई प्रकार से नुकसानदायक है। किसी भी रूप में इसका सेवन करने के गंभीर दीर्घकालिक दुष्प्रभाव हो सकते हैं। तंबाकू से सबसे ज्यादा खतरा फेफड़ों के कैंसर का होता है। दुनियाभर में लोगों को तंबाकू से परहेज को लेकर जागरूक करने के लिए हर साल 31 मई को ‘वर्ल्ड नो टोबैको डे’ यानी एंटी-टोबैको डे मनाया जाता है। इस साल का थीम ‘बच्चों को तंबाकू उद्योग के हस्तक्षेप से बचाना’ यानी तंबाकू उद्योग की दखल से बच्चों की रक्षा करना” है। ये थीम इसलिए कि आने वाली पीढ़ियों को इस खतरे से बचाया जा सके।
अगर आप भी तंबाकू उत्पादों का सेवन या फिर धूम्रपान का करते हैं तो सावधान हो जाएं और आज से ही इसे छोड़ने का संकल्प लें। ये एक आदत आपको कई गंभीर बीमारियों का शिकार बना सकती है।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
नई दिल्ली के पश्चिम विहार में स्थित एक अस्पताल में चिकित्सा ऑन्कोलॉजी विभाग के यूनिट प्रमुख और सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर कुमार दीप दत्ता चौधरी बताते हैं तंबाकू का सेवन फेफड़ों के कैंसर समेत कई अन्य प्रकार के कैंसर को जन्म देता है। धूम्रपान से आस-पास मौजूद लोगों यानी सेकेंडहैंड स्मोकिंग से भी कैंसर का खतरा होता है। यह मुंह, गले, स्वरयंत्र, अग्नाशय, मूत्राशय, और गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर का खतरा भी बढ़ाता है।
डॉक्टर कुमार दीपदत्ता चौधरी बताते हैं, तंबाकू और धूम्रपान से हृदय रोग, स्ट्रोक और मधुमेह जैसी अन्य गंभीर बीमारियां भी हो सकती हैं। धूम्रपान जितना जल्दी हो सके छोड़ दें। धूम्रपान छोड़ने में मदद के लिए किसी विशेषज्ञ की सलाह लें।
शरीर को खोखला बना देती है ये आदत
गुड़गांव स्थित मेदांता अस्पताल में रेडिएशन कैंसर विज्ञान सेंटर की चेयरपर्सन डॉ. तेजिंदर कटारिया कहती हैं कि ‘तंबाकू का सेवन एक धीमा जहर जैसा है जो आपके शरीर को अंदर से खोखला कर देता है। यह न केवल आपके वर्तमान स्वास्थ्य को प्रभावित करता है, बल्कि यह आपके भविष्य के स्वास्थ्य को भी खतरे में डालता है। धूम्रपान करने से कैंसर के अलावा सांस की समस्या और हृदय रोग का खतरा बढ़ता है, इम्युनिटी सिस्टम कमजोर हो जाती है।
आज से ही तंबाकू छोड़ने का लें संकल्प
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, तंबाकू उत्पादों से जल्द से जल्द दूरी बना लेना जरूरी है। धूम्रपान छोड़ने के एक महीने के भीतर ही खांसी और सांस लेने में तकलीफ कम होने लगती है। वहीं एक साल तक धूम्रपान न करने से दिल का दौरा पड़ने और कोरोनरी हृदय रोग का खतरा धूम्रपान करने वाले व्यक्तियों की तुलना में आधा हो जाता है।
धूम्रपान छोड़ने के 24 घंटे के भीतर ही शरीर में सकारात्मक बदलाव आने लगते हैं। फेफड़ों के कैंसर के वैश्विक जोखिमों को कम करने के लिए धूम्रपान छोड़ना सबसे अच्छा विकल्प हो सकता है।