: मोदी 3.0 सरकार ने शपथ ग्रहण के बाद अपना कार्यभार संभाल लिया है. बिना एक दिन की देरी किए ही तीसरी बार प्रधानमंत्री बने नरेन्द्र मोदी ने आज से कार्यभार संभाल लिया है. एनडीए की तीसरी सरकार का नेतृत्व कर रहे पीएम मोदी ने कार्यभार संभालते ही देश के किसानों को पहला तोहफा दिया है. तीसरी बार पदभार संभालते ही पीएम मोदी का पहला तोहफा तीसरी बार लगातार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के एक दिन बाद ही पीएम नरेंद्र मोदी ने किसानों को बड़ा तोहफा दिया. पीएम मोदी ने कार्यभार संभालते ही किसान सम्मान निधि की किस्त जारी करने को लेकर फाइल पर साइन किए हैं.
पीएम के साइन करते ही किसान सम्मान निधि की 17वीं किस्त किसानों के खाते में ट्रांसफर कर दिए जाएंगे.
9.3 करोड़ किसानों को तोहफा पीएम मोदी ने तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की जिम्मेदारी संभालने के साथ ही सबसे पहले प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM Kisan Samman Nidhi) की 17वीं किस्त किस्त जारी करने की फाइल पर हस्ताक्षर किया. पीएम मोदी ने किसानों के लिए सम्मान निधि की 17वीं किस्त जारी कर दी. इसका लाभ देश के 9.3 करोड़ किसानों को होगा. इस किस्त में लगभग 20 हजार करोड़ रुपये किसानों के खाते में बांटे जाएंगे. पीएम मोदी ने मोदी 3.0 के 100 दिन के काम की रुपरेखा तैयार कर ली है. पीएम मोदी ने फाइल पर साइन करने के बाद कहा कि किसानों के कल्याण को लेकर उनकी सरकार प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि हम किसानों के कल्याण के लिए ज्यादा से ज्यादा काम करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार किसानों के कल्याण के लिए काम करती रहेगी.
कैसे करें किसान योजना के लिए आवेदन 1. अगर आप भी पीएम किसान योजना के लिए अप्लाई करना चाहते हैं तो आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाकर लॉगइन करें. 2. New Farmer Registration पर क्लिक कर अपना आधार नंबर भरें और फिर कैप्चा भरें.3. पूरी डिटेल भरने के बाद ‘हां’ पर क्लिक करें.4. पूरी जानकारी भरने के बाद सेव करें और इसका प्रिंटआउट भी लें.क्या है किसान सम्मान निधि योजना किसानों को आर्थिक सहायता देने के लिए किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत की गई.
इस योजना के तहते सभी भूमिधारक किसान परिवारों को सालाना 6000 रुपए का वित्तीय सहायता सरकार की ओर से की जाती है. ये रकम तीन किश्तों में सीधे किसानों के खाते में भेजे जाते हैं. हर किश्त में किसानों को 2000 रुपये की रकम दी जाती है. इस योजना का मकसद किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना है. ताकि वो खेती, परिवार संबंधी अपनी जरूरतों को पूरा कर सकें.