नई दिल्ली: कांग्रेस देश भर में फिर से अपनी ताकत दिखाने के लिए छटपटा रही है. गुजरात के बाद, कांग्रेस अब एक और बीजेपी शासित राज्य राजस्थान में संगठन को मजबूत पर जोर दे रही है. इस मिशन को पूरा करने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जन खड़गे खुद ही बूथ लेवल पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को ट्रेनिंग देंगे. इसको लेकर पहले से राज्य कांग्रेस डेटा एकत्र कर रही है.
इस तरह से देखा जाए तो कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर काफी गंभीर है. और पार्टी के इस सत्र से पहले ही राज्य में डेटा एकत्र कर रही है. कांग्रेस गुजरात में शुरू किए काम को आग बढ़ाते हुए बीजेपी शासित राजस्थान में संगठन को मजबूत करने की कवायद में लग गई है.
जानकारी के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे 28 अप्रैल को जयपुर पहुंचेंगे. खड़गे यहां पर कांग्रेस के बूथ स्तरीय एजेंटों के सम्मेलन को संबोधित करेंगे. इसके साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे कार्यकर्ताओं से मतदाता सूची में अनियमितताओं पर नजर रखने की प्रेरणा देंगे. इसके अलावा कांग्रेस कार्यकर्ताओं को चुनाव आयोग के अधिकारियों के साथ समन्वय में काम करने का आग्रह करेंगे.
खड़गे के दौरे और कांग्रेसी सम्मेलन से पहले पार्टी मतदाता सूची में अनियमितताओं के बारे में छोटी-बड़ी जानकारियां इकट्ठा कर रही है. गौर करें तो कांग्रेस ने हाल ही में अहमदाबाद में 8 और 9 अप्रैल को संपन्न हुए एआईसीसी अधिवेशन से पहले राज्य में नए जिलाध्यक्षों की नियुक्ति की है.
राजस्थान के प्रभारी एआईसीसी सचिव रुत्विक मकवाना ने ईटीवी भारत को बताया,
“हमने हाल ही में ब्लॉक और मंडल स्तर पर स्थानीय टीमों का गठन किया है. हमारे अध्यक्ष खड़गे 28 अप्रैल को बूथ एजेंटों से मिलेंगे. इसके बाद, हम उन्हें मतदाता सूचियों की निगरानी करने और चुनाव आयोग के अधिकारियों के साथ समन्वय में काम करने के लिए प्रशिक्षित करेंगे.”
खड़गे ने हाल ही में सभी राज्यों के प्रभारियों और प्रदेश इकाई प्रमुखों को मतदाता सूचियों पर नजर रखने को कहा था. कांग्रेस ने साल 2018 में चुनाव आयोग से राजस्थान में 42 लाख डुप्लीकेट प्रविष्टियों की शिकायत की थी. साथ ही ये आरोप लगाया था कि वर्ष 2013 से अब तक 70 लाख नई एंट्रीज की गई हैं.
मकवाना ने कहा,
महाराष्ट्र की तरह, हम साल 2023 के विधानसभा और वर्ष 2024 के लोकसभा चुनावों के दौरान राजस्थान में मतदाता सूचियों में हेराफेरी को लेकर चिंतित हैं. इस मुद्दे पर राज्य इकाई डेटा एकत्र कर रही है.”
हालांकि, वर्ष 2023 में राजस्थान राज्य इकाई द्वारा चुनाव आयोग से कोई आधिकारिक शिकायत नहीं की गई.
लोकसभा एमपी बृजेंद्र सिंह ओला ने ईटीवी भारत से कहा,
“बीते विधानसभा और राष्ट्रीय चुनावों में हमारे पास मतदाता सूची में हेराफेरी की रिपोर्ट थी. अब हम डेटा कलेक्ट कर रहे हैं. यही वजह है कि इस मुद्दे पर हम अपने बूथ एजेंटों को सतर्क रहने के लिए प्रशिक्षित करने जा रहे हैं.”
कांग्रेस सांसद ओला के मुताबिक, कांग्रेस राज्य में अपने संगठन को मजबूत करने का प्रयास कर रही है और आने वाले दिनों में राज्य की बीजेपी सरकार के खिलाफ आंदोलन करेगी.
ओला ने कहा,
“राज्य की बीजेपी सरकार ने सत्ता में आने के बाद से कुछ नहीं किया. उन्होंने अपने वादे पूरे नहीं किए. नतीजतन, लोग परेशान हैं. अब हम इस मुद्दे पर उनकी आवाज़ उठाएंगे.”
उन्होंने कहा कि वैसे तो कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने अहमदाबाद के एआईसीसी अधिवेशन से ठीक पहले ही राजस्थान में नए जिलाध्यक्षों की नियुक्ति की थी. साथ ही ये कहा कि समय आने पर किए संगठनात्मक परिवर्तन जाएंगे.
इसी कड़ी में लोकसभा एमपी राहुल कासवान कहते हैं कि बूथ स्तर के एजेंट कांग्रेस का संदेश लोगों तक पहुंचाएंगे. इसके साथ ही राज्य सरकार की पोल खोलेंगे.
कांग्रेसी नेता कासवान ने ईटीवी भारत से कहा,
सत्ता में आने के बाद से बीजपी ने लोगों की चिंताओं को दूर करने के लिए कुछ नहीं किया है. राज्य में शिकायत निवारण प्रणाली ठप हो गई है. हमें लोगों के मुद्दों को इस सरकार के सामने उठाने की आवश्यकता है. बूथ एजेंट कार्यक्रम एक शानदार विचार लगता है. हालत ये है कि विभाजनकारी मुद्दे आगे हैं और विकास के मुद्दे किनारे रह गए हैं.