हनुमान मंदिर को बचाने के लिए सोमवार को विश्व हिंदू परिषद की बड़ी रैली के आयोजन से दुर्ग शहर जय श्रीराम के नारों से गूंज उठा। परिषद के हजारों की संख्या में कार्यकर्ता बस स्टैंड के पास सुबह 11 बजे एकत्रित हुए।इसके बाद यहां उनके द्वारा राज्य सरकार व पुलिस प्रशासन की गलत कार्रवाई को लेकर बातें रखी गईं। थोड़ी देर बाद यहां से विहिप की विशाल रैली निकली जो कलेक्टर ऑफिस में जाकर खत्म हो गई।
रैली के मद्देनजर पुलिस ने भी दुर्ग शहर को छावनी में तब्दील कर दिया था। रैली में हजारों की संख्या में विश्व हिंदू परिषद के अलावा बजरंग दल और बीजेपी के कार्यकर्ता भी शामिल हुए थे। बताया गया कि संगठन के 11 कार्यकर्ता कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने गए थे। यहां कलेक्टर ने उन्हें आश्वासन दिया है कि जो सड़क चौड़ीकरण के लिए जो भी काम होगा। वह न्याय संगत होगा, किसी के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।
सड़क चौड़ीकरण के कार्य में आने वाले हनुमान मंदिर को बचाने के लिए सोमवार को विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और भाजपा के हजारों की संख्या में कार्यकर्ता और पदाधिकारी दुर्ग की सड़कों पर उतर गए थे। उनके द्वारा बकायदा हनुमान मंदिर के बगल से टेंट लगाकार लोगों को संबोधित किया गया।
उन्हें बताया गया कि सड़क चौड़ीकरण के कार्य में हनुमान मंदिर ही नहीं बल्कि चर्च भी आ रहा है। इसके बाद भी शासन प्रशासन वर्षों पुराने हनुमान मंदिर को हटाने पर लगा हुआ है। ऐसा करके हिंदुत्व की भावना को ठेस पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वह अपनी मांग को केंद्र तक पहुंचाएं और हनुमान मंदिर टूटने नहीं देंगे।
प्रदर्शन के दौरान बजरंग दल, विहिप और भाजपा के कार्यकर्ता तख्ती बैनर लेकर दिखे। इन तख्तियों में भेदभाव नहीं चलेगा और हनुमान मंदिर को बचाव जैसी मांग लिखी गई। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि कि शासन प्रशासन चाहे उनके ऊपर कितनी ही कठोर कार्रवाई क्यों न करे, लेकिन वह लोग अपनी आवाज को दबने नहीं देंगे। हनुमान मंदिर को भी टूटने नहीं दिया जाएगा।
दरअसल, पुलगांव चौक से लेकर दुर्ग शहर होते हुए ट्रैफिक कंट्रोल तक रायपुर नागपुर हाईवे को जोड़ते हुए सड़क का चौड़ीकरण किया जा रहा है। सड़क चौड़ीकरण का कार्य प्रगति पर है। रूट डायवर्ट करके निर्माण कार्य पिछले 6 महीनों से चल रहा है। मंदिर दुर्ग बस स्टैंड के पास सड़क किनारे स्थित है। प्रशासन ने रोड चौड़ीकरण के चलते इसी मंदिर को तोड़ने का फैसला किया है। जिसका हिंदू संगठन विरोध कर रहे हैं।