मामला थाना मरवाही क्षेत्र का है प्रार्थी वीरेंद्र केवट निवासी बरौर एवं अन्य ग्रामीणों से आदिवासी विभाग के छात्रावासों में भृत्य की नोकरी लगाने के नाम पर आरोपी श्याम दास वैष्णव एवं संतोष मिश्रा के द्वारा झांसा देकर पीड़ितों से एक-एक लाख रुपये लेकर फर्जी नियुक्ति आदेश की प्रति देकर गायब हो गए थे। लिखित रिपोर्ट पर थाना मरवाही में अपराध क्रमांक 21/22 धारा 420 34 भा द वि दर्ज किया गया था।
पुलिस अधीक्षक त्रिलोक बंसल के द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अर्चना झा एवं अनुविभागीय अधिकारी पुलिस अशोक वाडेगांवकर के निर्देशन में अनिल अग्रवाल थाना प्रभारी मरवाही के नेतृत्व में टीम गठित कर मामले की गहन जांच और आरोपियो की गिरफ्तारी हेतु निर्देश दिए थे। थाना प्रभारी मरवाही अनिल अग्रवाल एवं उनकी टीम के द्वारा प्रकरण में आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु लगातार रिश्तेदारी और उनके परिचितों के घर दबिश दे रही थी।
आरोपी श्याम दास वैष्णव लगातार अपना रहने का ठिकाना बदल रहा था। जिसे करतला थाना जिला कोरबा की टीम के द्वारा संदिग्ध हालत में पकड़े जाने पर आरोपी श्याम दास वैष्णव को थाना मरवाही की टीम द्वारा हिरासत में लेकर प्रकरण से सम्बंधित विधिसम्यक कार्यवाही कर धारा 467,468,471 भादवि जोड़ी जाकर आज दिनांक 11.2.2022 को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।
पुलिस अधीक्षक ने कहा है कि प्रकरण जनसामान्य से ठगी करने का है। जिसका दूसरा आरोपी संतोष मिश्रा फरार है। इसकी जानकारी मिलने पर पुलिस को अवश्य इत्तिला दे।