बीजापुर:- नक्सलियों का खूनी खेल फिर से बस्तर में शुरु हो गया है. रविवार की रात माओवादियों ने फिर कायराना करतूत को अंजाम दिया है. माओवादियों के स्मॉल एक्शन ग्रुप ने उसूर थाना इलाके के मारूडबाका इलाके में कांग्रेस कार्यकर्ता की निर्मम हत्या कर दी. मृतक कांग्रेस कार्यकर्ता का नाम नागा भंडारी था. लंबे वक्त से नागा भंडारी कांग्रेस पार्टी से जुड़ा रहा. हत्या की वारदाता को अंजाम देने के बाद माओवादी घने जंगल की ओर भाग गए. माओवादियों की तलाश में पुलिस टीमें जंगल में सर्चिंग अभियान चला रही हैं.
भाई की भी नक्सली कर चुके हैं हत्या: पूर्व में नागा भंडारी के भाई तिरुपती भंडारी की भी माओवादी हत्या कर चुके हैं. कांग्रेस कार्यकर्ता नागा भंडारी की हत्या किए जाने से इलाके में दहशत का माहौल है. स्थानीय लोगों का कहना है कि बीते कुछ दिनों से माओवादी गतिविधियों पर लगाम लगने से इलाके में शांति थी. नागा भंडारी की हत्या किए जाने के बाद एक बार फिर माओवादियों का खूनी खेल बीजापुर में शुरू हो चुका है.
बस्तर में चल रहा एंटी नक्सल ऑपरेशन: माओवादियों के सफाए के लिए पूरे बस्तर में एंटी नक्सल ऑपरेशन चलाया जा रहा है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा है कि 31 जनवरी 2026 तक माओवाद का खात्मा कर दिया जाएगा. माओवादियों के खात्मे के लिए लगातार नक्सल प्रभावित इलाकों में बेस कैंप स्थापित किए जा रहे हैं. बेस कैंपों के जरिए जहां गांव वालों तक बुनियादी सुविधाएं पहुंचाई जा रही है वहीं माओवादियों को खत्म करने की भी कोशिशें जारी हैं.
नक्सलियों के पुनर्वास की कोशिश: माओवाद के खात्मे के लिए दो मोर्चों पर सरकार काम कर रही है. पहले मोर्चे पर एंटी नक्सल ऑपरेशन चलाया जा रहा है दूसरे मोर्चे पर उनके पुनर्वास की कोशिश की जा रही है. सरकार की नई पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर बड़ी संख्या में माओवादी हथियार भी डाल रहे हैं. सरकार की सरेंडर पॉलिसी और एंटी नक्सल ऑपरेशन के बढ़ते दबाव से नक्सली घबरा गए हैं. इसी घबराहट में वो इस तरह की हत्याओं को अंजाम दे रहे हैं.
कांग्रेस कार्यकर्ता की हत्या: माओवादियों ने कांग्रेस कार्यकर्ता की हत्या उस वक्त की जब वो अपने घर पर थे. माओवादियों ने उनको घर से बाहर निकाला और धारदार हथियार से उनपर कई जानलेवा वार किए. घातक वार के चलते कांग्रेस कार्यकर्ता नागा भंडारी की मौके पर ही मौत हो गई. ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है. लिंगापुर गांव का रहने वाला मृतक कांग्रेस कार्यकर्ता नागा भंडारी तीन बार उपसरपंच रह चुका है.
देर रात साढ़े 11 बजे माओवादियों ने कायराना करतूत को अंजाम देते हुए नागा भंडारी की हत्या कर दी. हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद नक्सली जंगल की ओर भाग गए. माओवादियों की तलाश में बड़ा सर्चिंग अभियान चलाया गया है:चंद्रकांत गोवर्ना, एएसपी, बीजापुर