जांजगीर-चांपा, के मिट्टी में पैदा हुए पले बढ़े कर्तव्यनिष्ठ सेवा भावना से कार्य करने वाले स्वास्थ्य विभाग जिला दंतेवाड़ा खंड चिकित्सा अधिकारी के रूप में कार्यरत डॉ. डाबर रार्विसन खूंटे का आकस्मिक निधन 23 जनवरी को हो गया। जिससे स्वास्थ्यकर्मियों में शोक व्याप्त है। छत्तीसगढ़ अनुसूचित जाति जनजाति अधिकारी कर्मचारी संघ ( अजाक्स) ने स्वर्गीय डॉ. खूंटे को श्रद्धांजलि दी।
क्रांतिकारी कार्यशैली, दृढ़निश्चयी और कर्मठ खंड चिकित्सा अधिकारी के रूप में कार्यरत स्वर्गीय डॉ. खूंटे को श्रद्धांजलि देते हुए संघ के पदाधिकारियों ने उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। साथ ही उनके परिवार को असहनीय पीड़ा सहने की शक्ति ईश्वर से प्रदान करने की कामना की।
उल्लेखनीय है कि डॉ. डाबर रार्विसन खूंटे का जन्म 1 जुलाई 1986 को अचानकपुर जैजैपुर जांजगीर-चांपा में एक शिक्षक परिवार में हुआ था। उनकी प्रारंभिक शिक्षा गांव से शुरू हुई। उच्च शिक्षा उन्होंने रायपुर से किया और यहीं उन्हें डॉक्टर की उपाधि भी हासिल हुई। वहीं 2011 से स्वास्थ्य विभाग छत्तीसगढ़ में सेवा शुरू कर कई विशिष्ट कार्य भी किया। कर्मचारी संघ ने डॉ. खूंटे को श्रद्धांजलि देते हुए उनके सेवाकार्यों को याद किया। सेवा काल के दौरान स्वर्गीय डॉ. खूंटे नक्सल प्रभावित क्षेत्र दंतेवाड़ा में भी बखूबी अपनी सेवाएं देते हुए अपने दायित्वों का निर्वहन किया। कोरोना महामारी काल में भी डॉ. खूंटे ने हार नहीं मानी और ड्यूटी करते हुए लोगों की सेवा करने के साथ-साथ लोगों के मनोबल को बढ़ाने का कार्य भी किया।
शुभकामना देने वाले इष्ट मित्रों में प्रमुख डॉ प्रेम प्रकाश आनंद (प्रोग्राम एसोसिएट राज्य स्वास्थ्य संसाधन केंद्र रायपुर ), डॉ अमित मिरी ( आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी जांजगीर ) डॉ विनोद टंडन ( सिम्स बिलासपुर ) एवं समस्त मित्रगण शुभचिंतक…..