शहडोल की पुरानी बस्ती, नूरी मस्जिद के पास, वार्ड क्रमांक 30, की रहने वाली एक युवती ने शारीरिक शोषण करने के बाद शादी मुकर जाने को लेकर तालाब में छलांग मारकर आत्महत्या करने की कोशिश की। बड़ी मशक्कत के बाद महिला को तालाब से निकाला गया और जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उसका इलाज जारी है।
बता दें कि युवती के पर्स में थाना प्रभारी शहडोल से नाम शिकायत पत्र मिला था। जिसमें उसने उसी मोहल्ले में रहने वाले अमित विश्वकर्मा पुरानी बस्ती का रहने वाला पेशे से डाॅक्टर है।
जो कि मुझे शादी का झांसा देते हुए लगातार 10 वर्षों से शारीरिक शोषण करने और मुकर जाने का आरोप लगाया है। उसने लिखा है कि आत्महत्या के अलावा कोई रास्ता नहीं है। उसने अमित विश्वकर्मा को समझाने और नहीं मानने पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। यह महिला ने 24 जनवरी को लिखा था।
इसके पूर्व में भी युवती ने अमित की शिकायत की थी और अमित ने सादे कागज पर युवती को लिखित में आश्वासन दिया था कि मैं कहीं भी शादी नहीं करूँगा सिर्फ तुमसे ही शादी करूँगा दिसम्बर बाद जनवरी माह में शादी कर लूँगा ।जिस पर अमित के हस्ताक्षर भी हैं युवक के बार बार शादी से मुकरने पर युवती को आत्महत्या जैसा कदम उठाना पड़ा।
आखिर पुलिस ने युवती की शिकायत को गंभीरता से क्यों नहीं लिया शायद पुलिस मामले को सुलझाने में सक्षम होती तो शायद महिला को आत्महत्या जैसी घटना कारित करने पर मजबूर न होना पड़ता । अगर आत्महत्या करने पर बचाने वाला फरिश्ता मौजूद न होता तो इस मौत का जिम्मेदार कौन होता।
चूँकि आत्महत्या की कोशिश करने के बाद पुलिस ने एफ आई आर दर्ज कर ही लिया । जिसमें कोतवाली पुलिस ने आरोपी अमित विश्वकर्मा के खिलाफ धारा 376 (2) n के तहत मामला पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया है