कोरबा कोविड एवं टीबी के संक्रमण की कड़ी तोड़ने के लिए ’’आश्वासन अभियान’’ के तहत कम्यूनिटी मोबिलाइजर, पैरामेडिकल स्टॉफ एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में टीबी रोग, टीबी रोग के लक्षण, जांच तथा उपचार के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई। कार्यक्रम के दौरान राज्य टीम से पवन दुबे द्वारा समस्त सहभागियों को बताया गया कि जांच, परीक्षण और लक्षण के हिसाब से टीबी रोग को चिन्हित किया जा सकता है। जिससे टीबी रोगी की पहचान कर एक उन्हेें समुचित उपचार दिलाकर इस गंभीर बीमारी से निजात दिला सके।
टीबी बीमारी संवेदनशील है इस बीमारी का समय पर ईलाज होने पर व्यक्ति स्वस्थ हो जाता है। जिला क्षय रोग अधिकारी के बैठक कक्ष में पिरामल स्वास्थ्य के सहयोग से इस प्रशिक्षण में जिला स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डा. बी.बी.बोडे, जिला टीबी अधिकारी डॉ. जी.एस.जातरा, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. कुमार पुष्पेश, नेशनल एवं राज्य टीम के सदस्य वर्चुअल माध्यम से जुड़े रहे। इस दौरान प्रशिक्षण में पिरामल स्वास्थ्य के जिला कार्यक्रम प्रमुख ( स्वास्थ्य एवं पोषण ) शैलेन्द्र प्रताप सिंह, जिला टीबी समन्वयक धर्मेद्र कुमार सिंह, जिला जनजातीय प्रमुख विराग कुमार पाण्डेय एवं अन्य टीबी स्टॉफ मौजूद रहे।
प्रशिक्षण कार्यक्रम दौरान डॉ. पुष्पेश के द्वारा सभी को कोविड-19 हेतु ग्रामीण स्तर पर बैठकों का आयोजन करके लोगों को टीकाकरण कराने हेतु प्रेरित करने की जानकारी दी गई। साथ ही कोविड के लक्षण होने पर जांच करने एवं मास्क,एवं सेनिटाइजर का प्रयोग करना के बारे में बताया गया। इसके साथ की क्षय रोग (टीबी) एसीएफ कार्ययोजना, केविड-19 लक्षण, जांच, टीकाकरण के संबंध भी जानकारी दी गई। वर्तमान स्थिति को देखते हुए कोरोना के लक्षण दिखाई देने पर कोरोना की जांच कराने की समझाईश भी दी गई। साथ ही कोविड-19 टीकाकरण पर भी जानकारी दी गई।