में दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने दो गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों को ठगने के आरोप में शुक्रवार को एक भगोड़े को गिरफ्तार किया. दिल्ली पुलिस के अनुसार, आरोपी की पहचान 40 साल के अमित अग्रवाल के रूप में हुई है, जो मिगसन ग्रीन मेंशन, सूरजपुर साइट-सी, ग्रेटर नोएडा का रहने वाला है. हालांकि , पुलिस ने इस मामले में उसके खिलाफ 2018 में दो FIR दर्ज की गई थी. जिसमें इंडियन फैक्टरिंग एंड फाइनेंस सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड के अधिकृत सिग्नेचरी ने बताया कि जीनियस माइंड्स प्राइवेट लिमिटेड के डॉयरेक्टर और अधिकारी उनसे फैक्ट्री फेसिलिटी ट्रेड फाइनेंस की सहायता के लिए मिले और उन्होंने अपनी कंपनी का बड़ा टर्न-ओवर बताते हुए फेक इनवॉइस दिखाकर उन्हें बड़े लोन अमाउंट के लिए प्रभावित किया.
वहीं, दिल्ली पुलिस ने कहा कि ठगी की शिकार कंपनी ने 23 अगस्त 2017 को इश्यू किए गए लेटर द्वारा फैक्ट्री फेसिलिटी के रूप में 11 करोड़ 58 लाख 30 हजार रुपए के ट्रेड फाइनेंस की सुविधा आरोपित कंपनी और उसके डायरेक्टरों को उपलब्ध करवाई. जिसका एग्रीमेंट 24 अगस्त 2017 को हुआ था. बाद में आरोपी डायरेक्टर अभिषेक अग्रवाल और आदित्य अग्रवाल ने एप्रूव्ड डेटर, मेसर्स अमेरिकन एम्बेसी स्कूल, मेसर्स पीएनबी मेटलाइफ इंडिया इन्श्योरेंस कंपनी लिमिटेड, मेसर्स फोर्टिस हेल्थ केयर लिमिटेड, मेसर्स ऑप्टुम ग्लोबल सॉल्यूशन्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और जस्ट डायल लिमिटेड के नाम पर इनवॉइस रेज किया.
आरोपियों ने NBFC के साथ भी की ठगी बता दें कि दिल्ली पुलिस द्वारा की गई जांच-पड़ताल के दौरान बिल/इनवॉइस के फेक होने का पता चला. इस तरीके से उन्होंने दूसरी NBFC कंपनी मेसर्स पिनाकल कैपिटल सॉल्यूशन्स प्राइवेट लिमिटेड से भी 3 करोड़ 14 लाख की ठगी को अंजाम दिया. मेसर्स पिनाकल कैपिटल सॉल्यूशन्स प्राइवेट लिमिटेड और इंडिया फैक्टरिंग एंड फाइनेंस सॉल्यूशन्स प्राइवेट लिमिटेड से शिकायत मिलने के बाद जांच में पुलिस को पता चला कि मेसर्स 4 जीनियस माइंड्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक और अधिकारियों ने झूठे, फर्जी और फैब्रिकेटेड बिल्स, इनवॉइस बनाकर शिकायतकर्ता कंपनी को फैक्ट्री फेसिलिटी के लिए ज्यादा रकम के फंडिंग के लिए प्रभावित किया.
दिल्ली पुलिस की जांच-पड़ताल में हुआ बड़ा खुलासा दिल्ली पुलिस ने आगे कहा कि “दोनों कंपनियों से शिकायत मिलने के बाद एक जांच की गई और यह पता चला कि जीनियस माइंड्स प्राइवेट लिमिटेड के अधिकारियों और निदेशकों ने क्रम में झूठे, नकली , जाली और मनगढ़ंत बिल पेश किए है. इस दौरान फायनेंस सुविधा देने के लिए शिकायतकर्ता कंपनियों को बड़ी राशि देने के लिए और बड़ी मात्रा में धोखा दिया है. पुलिस अधिकारी ने बताया कि जांच-पड़ताल के दौरान पता चला है कि आरोपी अमित अग्रवाल, एक सीनियर प्रबंधक, आरोपी व्यक्तियों आदित्य अग्रवाल और अभिषेक अग्रवाल, आरोपी कंपनी जीनियस माइंड्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशकों की मिली भगत से है. इसके अलावा आरोपी कंपनी के निदेशकों ने भी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया , एमजी रोड, गुरुग्राम ब्रांच को उसी तरीके से धोखा दिया और सीआर पार्क और ग्रेटर कैलाश- I इलाके के दिल्ली में स्थित समान संपत्तियों को गिरवी रख दिया.
पुलिस ने आरोपी शख्स को किया गिरफ्तार इस मामले में पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी अमित अग्रवाल का पता लगाने के प्रयास किए गए थे, लेकिन वह फरार चल रहा था और अपना ठिकाना लगातार बदल रहा था. इस बीच, आरोपी आदित्य अग्रवाल, अभिषेक अग्रवाल और अमित अग्रवाल को मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट की कोर्ट द्वारा भगोड़ा घोषित किया गया था, फिलहाल बीते गुरुवार को सर्विलांस की मदद से छापेमारी के दौरान आरोपी अमित अग्रवाल को शुक्रवार को यूपी के शांहजहां जिले से गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने इस मामले में आरोपी को गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश किया. जहां से आगे की पूछताछ और जांच के लिए आरोपी को 2 दिनों की पुलिस रिमांड में भेज दिया गया है.