राजस्थान:- मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को अलवर मामले को लेकर बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि राज्य सरकार अलवर जिले में मानसिक रूप से एक कमजोर किशोरी के बदहाल व घायल अवस्था में मिलने के विषय की पीड़िता के परिजनों की इच्छा के मुताबिक, शहर के बाहर के एक पुलिस अधिकारी, अपराध शाखा, एसओजी या केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) जैसी किसी भी एजेंसी से जांच कराने के लिए तैयार है.
सीएम गहलोत ने ट्वीट किया कि राज्य की पुलिस मामले की स्वतंत्र एवं निष्पक्ष जांच कर रही है. यदि फिर भी परिजन किसी विशिष्ट अधिकारी या सीआईडी, क्राइम ब्रांच, एसओजी अथवा सीबीआई से इस मामले की जांच करवाना चाहेंगे, तो राज्य सरकार इसके लिए भी तैयार है. उन्होंने कहा कि सरकार की नीयत साफ है कि इस मामले में स्वतंत्र जांच हो और इस घटना की वास्तविकता सामने आए. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने शनिवार को कहा कि हम मामले की सीबीआई जांच की मांग करते हैं ताकि सच्चाई सामने आए. उन्होंने पुलिस पर इस मामले में रुख बदल लेने का आरोप लगाया और कहा कि राजस्थान जैसे शांतिपूर्ण राज्य में पिछले तीन वर्षों में अपराध बढ़े हैं. पूनिया ने दावा किया कि पीड़िता के साथ दरिदंगी की गई है. फिलहाल मामले के तूल पकड़ने के बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने पीड़िता के पिता और सीएम अशोक गहलोत से फोन पर बात की थी. कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी पर निशाना साधते हुए भाजपा नेता पूनिया ने कहा कि उन्होंने उत्तर प्रदेश में ”लड़की हूं, लड़ सकती हूं” का नारा दिया,
सीएम ने इस मामले को लेकर विपक्षी भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को आड़े हाथ लिया. उन्होंने कहा कि बलात्कार की बात से परिवारवालों पर क्या बीतती है, इसकी चिंता किए बगैर अलवर प्रकरण में भाजपा द्वारा राजनीतिक रोटियां सेकने के लिए घिनौना प्रचार किया जा रहा है, जो बेहद निंदनीय है…
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