/दवाओं का भंडार है यह पेड़, छाल-पत्ते, बीज सब औषधि, दांत दर्द-मुंह के छाले समेत कई रोगों में कारगरदवाओं का भंडार है यह पेड़, छाल-पत्ते, बीज सब औषधि, दांत दर्द-मुंह के छाले समेत कई रोगों में कारगरकई पेड़-पौधे औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं. जो कई बीमारियों से राहत दिलाने में कारगर होते हैं. आयुर्वेद में इनका काफी महत्व होता है. एक ऐसा ही पेड़ है बबूल का. इस पेड़ के फूल, पत्ते, छाल, बीज हमारे सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं. इनमें कई प्रकार के औषधीय गुण मौजूद होते हैं. जिनके इस्तेमाल से कई रोगों से छुटकारा पाया जा सकता है. (
बबूल के पेड़ हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद ही फायदेमंद होता है. क्योंकि इसमें बहुत सारे औषधीय गुण मौजूद होते हैं. बबूल की पत्तियां, छाल, तना, बीज विभिन्न रोगों को दूर करने में प्रयोग किए जाते हैं.
26जिला अस्पताल बाराबंकी के चिकित्सक डॉक्टर अमित वर्मा (एमडी मेडिसिन )ने बताया कि बबूल के बीज, फूल, तना, छाल में पोटेशियम, फास्फोरस, मैग्नीशियम, आयरन और मैगनीज जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो हमें मुंह के छाले, दांत के दर्द, दाद खुजली, कमर दर्द समेत कई बीमारियों को ठीक करने कारगर माने जाते हैं.
36आंख दर्द की परेशानी में बबूल के कोमल पत्तों को गाय के दूध में पीस लें. इसका रस निकाल कर 1-2 बूंद आंख में डालें. इससे आंखों का दर्द ठीक होते है. आंखों की सूजन में भी यह लाभकारी होता है. इसके अलावा आंखों से पानी बहने पर बबूल के पत्तों का काढ़ा बनाएं. इसमें शहद मिलाकर काजल की तरह लगाएं, इससे आंखों से पानी बहने की परेशानी ठीक होती है
.46मुंह के छाले, दांतों के दर्द की समस्या में बबूल की छाल, पत्ते, फूल और फलियां लें. सभी को बराबर-बराबर मात्रा में मिलाकर चूर्ण बनाएं. इस चूर्ण का मंजन करने से दांतों के रोग दूर होते हैं. वही मुंह के छाले की परेशानी में बबूल की छाल के काढ़े से 2-3 बार गरारे करने से मुंह के छाले ठीक होते हैं
.56दाद या खुजली की समस्या में बबूल के फूलों को पीस कर सिरके में मिला कर इसे दाद या खुजली पर लगाएं, इससे दाद और खुजली में लाभ होता है.66कमर दर्द में बबूल की छाल, फली और गोंद को बराबर-बराबर मात्रा में मिलाकर पीस लें. एक चम्मच की मात्रा में दिन में 3 बार पानी के साथ सेवन करने से कमर के दर्द में आराम मिलेता है.