नई दिल्ली : विश्व संगीत दिवस संगीत प्रेमियों के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है, जो संगीत की सार्वभौमिक भाषा के माध्यम से लोगों को एकजुट करने और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने का अवसर प्रदान करता है। आइए जानते हैं इस दिन का इतिहास और महत्व।
आज विश्व संगीत दिवस है। इसे फेटे डे ला म्यूजिक भी कहा जाता है। हर साल 21 जून को मनाए जाने वाले म्यूजिक डे का उद्देश्य संगीत की विविधता और इसके सांस्कृतिक महत्व को सेलिब्रेट करना और सभी प्रकार के संगीत को लोगों के बीच प्रसारित करना है। विश्व संगीत दिवस संगीत प्रेमियों के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है, जो संगीत की सार्वभौमिक भाषा के माध्यम से लोगों को एकजुट करने और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने का अवसर प्रदान करता है। आइए जानते हैं इस दिन का इतिहास और महत्व।
संगीत दिवस का इतिहास
इस दिन को मनाने की शुरुआत फ्रांस में 1982 से हुई। फ्रांस के संस्कृति मंत्री जैक लैंग और संगीतकार मॉरिस फ्लर्ट ने म्यूजिक डे इस विचार के साथ सेलिब्रेट किया कि सभी प्रकार के संगीत को एक दूसरे के साथ साझा किया जाए और सार्वजनिक स्थानों पर संगीत की प्रस्तुति दी जाए।
म्यूजिक डे 2024 की थीम
पिछले वर्ष विश्व संगीत दिवस 2023 की थीम ‘म्यूजिक ऑन द इंटरसेक्शंस’ है। विश्व संगीत दिवस की थीम हर साल बदलती है और संगीत के विभिन्न पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करती है। पिछली थीम्स में संगीत की विविधता, संगीत और स्वास्थ्य, और संगीत और शिक्षा जैसी बातें शामिल रही हैं। हालांकि इस वर्ष की थीम अभी पता नहीं चल सकी है।
संगीत दिवस का उद्देश्य
इस दिन का मुख्य उद्देश्य लोगों को संगीत का आनंद लेने और स्वयं संगीत बनाने के लिए प्रोत्साहित करना है। यह दिन पेशेवर और शौकिया संगीतकारों दोनों के लिए होता है और सभी को इसमें भाग लेने का अवसर मिलता है। यह सड़कों, पार्कों, सार्वजनिक स्थानों और अन्य स्थलों पर मुफ्त संगीत कार्यक्रमों के माध्यम से संगीत को व्यापक जनता तक पहुँचाने का प्रयास करता है।