मोर के पंख की आधुनिक और पुरातन काल में अत्याधिक मान्यता रही हैं। इसके पंख को घर मे लगाने से अमंगल और वास्तु दोष कुछ दिनो में ही टल जाता हैं। तो आइए जानते है मोर और उसके पंख की मान्यताएं जिसका सही से इस्तेमाल कर आप कुछ दिनो मे ही मालामाल हो जाएंगे।
हमारे देवी -दवताओं को भी यह अत्यंत प्रिय हैं। मां सरस्वती, श्रीकृष्ण, मां लक्ष्मी, इन्द्र देव, कार्तिकेय, श्री गणेश सभी को मोर पंख किसी न किसी रूप में प्रिय हैं। पौराणिक काल में महर्षियों द्वारा इसी मोरपंख की कलम बनाकर बड़े-बड़े ग्रंथ लिखे गए हैं।अगर आपके भी वैवाहिक जीवन में तनाव है तो अपने शयनकक्ष में मोरपंख रखें, इससे पति पत्नी के बीच प्यार बढ़ता है।
मोर पंख के फायदे
वास्तुशास्त्र के अनुसार मोरपंख को घर की दक्षिण दिशा में स्थित तिजोरी में खड़ा करके रखने से कभी भी धन की कमी नहीं होती है। मोरपंख घर की पूर्वी और उत्तर पश्चिम की दीवार पर लगाएं। अगर आपके घर में मोरपंख है तो आपके घर में कोई भी बुरी शक्ति प्रवेश नहीं कर पाती है। साथ ही नकारात्मक ऊर्जा को दूर करके सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देता है। वास्तुशास्त्र के अनुसार मोरपंख को घर में रखने से आपके घर के सारे दोष दूर हो जाते है।
बुरी नजर से बच्चों को बचाने के लिए नवजात बालक को मोरपंख चांदी के ताबीज में पहनाएं। घर के मुख्य द्वार पर 3 मोरपंख लगाकर ॐ द्वारपालाय नम: जाग्रय स्थापयै स्वाहा मंत्र लिखें और नीचे गणेश जी की मूर्ति लगाएं। .घर में मोर पंख लगाने से घर के वास्तु दोष को ठीक किया जा सकता है।