नई दिल्ली : भारत समेत दुनिया के कई देशों में रिकॉर्ड तोड़ गर्मी पड़ रही है। देश की राजधानी दिल्ली में गर्मी ने 12 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। कई राज्यों में लोगों को मानसून और बारिश का इंतजार है। लेकिन, एक समय ऐसा था जब धरती पर लगातार लाखों साल तक बारिश होती रही। लाखों साल की बारिश ने इस ग्रह पर जीवन की उत्पत्ति में मदद की। वैज्ञानिक आज भी इस रहस्य को समझने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर क्यों और कैसे हुआ?
वैज्ञानिकों के मुताबिक, 20 से 30 करोड़ साल पहले पृथ्वी बिल्कुल अलग थी। यह सिर्फ एक जगह थी और अलग-अलग महाद्वीप नहीं थे। वैज्ञानिकों का मानना है कि धरती पर एक समय 10 से 20 लाख साल तक लगातार बारिश होती रही। भूवैज्ञानिकों ने साल 1970 और 80 के दशक में कुछ प्राचीन चट्टानों में ऐसी परतों की खोज की थी, जो असामान्य थीं। यह प्राचीन चट्टानें करीब 23 करोड़ साल पहले की थीं।
शोधकर्ताओं की एक टीम ने पूर्वी ऑल्प्स में सिलिक्लास्टिक अवसादन की एक परत का अध्ययन किया। यह अवसादन की परत कार्बोनेट संरचनाओं के भीतर जमा थी। एक दूसरी टीम ने ब्रिटेन में मशहूर लाल पत्थर के अंदर एंबेडेट ग्रे चट्टान की परत का विश्लेषण किया।
क्यों हुई थी लाखों साल बारिश
इन दो निष्कर्षों और दुनिया के अलग-अलग हिस्सों के अन्य अध्ययनों से एक समान अवधारणा का पता चला। धरती के इतिहास में एक समय काफी लंबे समय तक सूखा पड़ा और फिर बारिश की शुरुआत हुई। भूवैज्ञानिकों ने यह निष्कर्ष निकाला कि डायनासोर के युग की शुरुआत में असामान्य रूप से धरती आर्द्र थी। इस अवधि को कार्नियन प्लवियल इवेंट या कार्नियन प्लवियल एपिसोड के तौर जाना जाता है।
धरती पर घटी इस दिलचस्प घटना से इस बात को समझने की जरूरत पड़ी कि आखिर लाखों साल तक बारिश क्यों होने लगी? वैज्ञानिक मानते हैं कि आर्द्रता में वृद्धि की वजह से नमी का स्तर काफी बढ़ गया, जो शायद रैंगेलिया लार्ज इग्नियस प्रांत में बड़े पैमाने पर ज्वालामुखी विस्फोट की वजह से हुई।
इसकी वजह से धरती पर लाखों सालों तक बारिश होती रही। इस घटना की वजह से संभवतः धरती के तापमान में वृद्धि हुई। इसका परिणाम यह हुआ कि महासागर गर्म हो गए और वायुमंडल में नमी की मात्रा बढ़ गई। जियोलॉजिकल सोसायटी के जर्नल में एक अध्ययन प्रकाशित किया गया था। इससे पता चला है कि आर्द्र अवधि डायनासोर के लिए फायदेमंद थी। लगातार ज्वालामुखी विस्फोटों वाले उथल-पुथल भरे युग के बाद बढ़ी नमी की इस अवधि ने विविधता लाने में सहायता की।






