नई दिल्ली : इस बार राम नवमी बेहद खास होने जा रही है। अयोध्या में बने भव्य मंदिर में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद यह पहली राम नवमी है। राम नवमी के दिन श्रीराम लला के दिव्य दर्शन रात्रि 11 बजे तक हो सकेंगे। लेकिन राव नवमी के दिन सबसे होगा श्रीराम लला का सूर्य तिलक। राम नवमी के दिन दोपहर 12:00 बजे राम लला का सूर्य अभिषेक किया जाएगा। माना जाता है कि भगवान राम सूर्यवंशी हैं। अर्थात सूर्य के वंश में जन्म लेने वाले। इस मौके पर हम आपको सूर्य से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में बताते हैं…
दरअसल, सूरज एक तारा है, जो हमारे सौर मंडल में सबसे बड़ा है। विशालकाय आग के गोले में 70 फीसदी से अधिक हाइड्रोजन गैस और 26 फीसदी तक हीलियम मौजूद है। सूरज का आकार इतना बड़ा है कि उसके अंदर हमारी पृथ्वी जैसे सैकड़ों या उससे भी अधिक ग्रह समा सकते हैं। सूर्य धरती से करीब 109 गुना और सबसे बड़े ग्रह बृहस्पति से करीब 10 गुना ज्यादा बड़ा है।
हमारे सौर मंडल का सूर्य एक तारा और केंद्र है। इसका गुरुत्वाकर्षण हमारे सौर मंडल को एक साथ बांधकर रखता है। सूरज के चारों तरफ ग्रह, क्षुद्र ग्रह, धूमकेतु और अंतरिक्ष मलबे के छोटे टुकड़े घूमते हैं। सबसे खास बात यह है कि सूर्य का अपना कोई चंद्रमा नहीं है। सूर्य की परिक्रमा 8 ग्रह, 5 बौने ग्रह, हजारों क्षुद्र ग्रह, लाखों धूमकेतु और बर्फीले पिंड करते हैं।
पृथ्वी से सूर्य करीब 15 करोड़ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। हमारे सौर मंडल का यह सबसे विशाल पिंड है। सूरज का व्यास करीब 13 लाख 90 हजार किलोमीटर है। ब्रह्मांड में सूरज जैसे खरबों या उससे भी अधिक पिंड हैं।
सूर्य के प्रकाश को धरती पर पहुंचने में 8 मिनट 16.6 सेकेंड का समय लगता है। बताया जाता है कि सूर्य का तापमान डेढ़ करोड़ डिग्री सेल्सियस है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के मुताबिक, अभी सूर्य की उम्र 4.6 अरब साल है और पांच अरब साल तक जीवित रहेगा। नासा के अुनमान के मुताबिक, पांच अरब साल बाद सूर्य खत्म हो जाएगा।
सूर्य से हाइड्रोजन की आर्पित बंद हो जाएगी और यह विशाल लाल तारे में बदल जाएगा। इसके बाद फिर सफेद और काला बौना बन जाएगा। नासा समेत दुनियाभर की अंतरिक्ष एजेंसियां लगातार सूर्य के वातावरण और गतिविधियों पर नजर रखे हुए हैं।