सीहोर: मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने विधानसभा चुनाव से पहले बड़ा संकेत दिए हैं। सीहोर जिले के एक कार्यक्रम में सीएम ने कहा कि जब मैं चला जाऊंगा तब बहुत याद आऊंगा। सीएम का यह बयान राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है। दरअसल, रविवार को सीएम शिवराज सिंह चौहान सीहोर जिले के लाड़कुई में मुख्यमंत्री चरण पादुका योजना अंतर्गत तेंदूपत्ता संग्राहकों के लाभार्थियों से चर्चा कर रहे थे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा- ऐसा भैया मिलेगा नहीं, जब में चला जाऊंगा तब तुम्हें याद आऊंगा।
मध्यप्रदेश में अभी दो महीने बाद ही विधानसभा के चुनाव होने हैं। चुनाव से पहले अटकलें लगाई जा रही हैं कि अगर राज्य में फिर से बीजेपी की सरकार बनती है तो शिवराज सिंह चौहान को सीएम नहीं बनाया जाएगा। बीजेपी ने अपनी दूसरी लिस्ट में प्रदेश के कई दिग्गजों को टिकट दिया है। 3 केन्द्रीय मंत्री और 7 सांसदों को चुनाव मैदान में उतारने से अटकलें और तेज हो गई हैं। शिवराज सिंह चौहान 2005 से मध्यप्रदेश के सीएम हैं। 2018 में 15 महीनों के लिए कांग्रेस की सरकार बनी थी उसके बाद 2020 में शिवराज सिंह फिर से सीएम बने थे।
क्या कहा सीएम ने
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मैंने मध्यप्रदेश में राजनीति की परिभाषा बदल दी है। मेरे लिए राजनीति का अर्थ जनता की सेवा है और जनता की सेवा ही मेरे लिए भगवान की पूजा है। मैं सरकार नहीं परिवार चलाता हूं, आप सब मेरे परिवार का हिस्सा है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा है कि मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना के तहत बहनों को हर महीनें 1250 रूपए की राशि प्रतिमाह सीधे उनके खाते में हस्तांतरित की जा रही है।
कांटे की टक्कर
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर कई सर्वे समाने आए हैं। इन सर्वे रिपोर्ट में बीजेपी-कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर दिखाई दे रही है। इसी बीच शिवराज सिंह चौहान का ऐसा बयान कई संकेत दे रहा है। हालांकि सियासत के मझे हुए खिलाड़ी माने जाने वाले शिवराज सिंह चौहान ने चुनाव से पहले ऐसा बयान क्यों दिया है इसे लेकर अटकलें तेज हो गई हैं।
कांग्रेस को मिला मुद्दा
कांग्रेस पहले से ही सीएम शिवराज के खिलाफ हमलावर है। कांग्रेस लगातार दावा कर रही है कि इस चुनाव के बाद राज्य में कांग्रेस की सरकार बनेगी। सीएम शिवराज सिंह चौहान का यह बयान कांग्रेस के लिए सियासी मुद्दा बन सकता है।