इंटरनेशनल मेडिकल जर्नल ‘लैन्सेट’ में भारत के बारे में एक स्टडी आई। ये स्टडी कहती है कि भारत में सही समय पर जांच और स्क्रीनिंग के जरिए कैंसर से होने वाली 67 फीसदी महिलाओं की मौत को रोका जा सकता है।
हमारे शरीर का हर अंग कई तरह की छोटी-छोटी कोशिकाओं से मिलकर बनता है। कैंसर में कोशिकाएं बेलगाम होकर विभाजित होने लगती हैं। एक के बाद एक कोशिका बढ़ने लगती है और कभी ट्यूमर और कभी बढ़कर कैंसर का रूप ले लेती है।
कैंसर में शरीर की खुद की कोशिकाएं ही काल बन जाती हैं लेकिन समय पर ध्यान देने से इसे रोका जा सकता है। इस संबंध में हमने अपोलो, अहमदाबाद की सीनियर गायनिकोलॉजिस्ट डॉ. शीरू जमींदार से बात की।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक दुनिया भर में हर साल ब्रेस्ट कैंसर के 22 लाख मामले आते हैं। लेकिन अगर स्क्रीनिंग के जरिए ब्रेस्ट कैंसर का पहले ही पता लगा लिया जाए तो डॉक्टरों के लिए इसका इलाज करना आसान हो जाता है और इसके शरीर के दूसरे हिस्सों में फैलने का चांस भी कम हो जाता है।