छिन्दवाड़ा। मध्य प्रदेश में बच्चों एवं महिलाओं के साथ हो रही घटनाओं का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। अभी कुछ दिनों पहले मध्य प्रदेश के उज्जैन में 12 साल की बच्ची से दरिंदगी के मामले ने मानवता को शर्मसार किया है। उज्जैन के महाकाल थाना क्षेत्र के मुरलीपुरा में दुष्कर्म पीड़ित एक नाबालिग बच्ची बेसुध हालत में मिली थी। बच्ची बड़ी मुश्किल से बोल पा रही थी। उसके कपड़े से खून टपक रहा था। सांवराखेड़ी कॉलोनी में बच्ची खून से सनी ढाई घंटे तक सड़क पर भटकती रही थी।
उज्जैन के बाद अब छिंदवाड़ा के चौरई में भी हैवानियत की एक घटना सामने आई है। दरिंदे ने सुनसान जगह पर 7 साल की बच्ची के साथ बलात्कार की कोशिश की। जब वो इसमें असफल हुआ तो उसने बच्ची का गला दबाकर मारने की कोशिश की और उसका जबड़ा भी तोड़ दिया।
बताया जा रहा है कि, बच्ची ने आरोपी को पहचान लिया था इसलिए उसने बच्ची को गला दबाकर मारने की कोशिश की और उसका जबड़ा भी तोड़ दिया। इस घटना के बाद बच्ची के परिजन उसे अस्पताल ले गए जहां उसका इलाज जारी है। 7 साल की बच्ची गणेश विसर्जन के लिए पास की नदी में गई हुई थी।
प्यास लगने के कारण वह हैंडपंप के पास चली गई। जहां सुनसान जगह पाकर आरोपी ने उसे दबोच लिया और पास ही मकई के खेत में ले गया। जानकारी के मुताबिक, बच्ची ने आरोपी को पहचान लिया था इसलिए उसने बच्ची को गला दबाकर मारने की कोशिश की और उसका जबड़ा भी तोड़ दिया। इस घटना के बाद बच्ची के परिजन उसे अस्पताल ले गए जहां उसका इलाज जारी है। वहीं परिजनों ने पुलिस पर आरोपी के खिलाफ एक्शन नहीं लेने का आरोप लगाया है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने मीडिया को बताया कि सिर्फ मारपीट की सूचना प्राप्त हुई है जिसपर प्रकरण दर्ज कर लिया है, बलात्कार के प्रयास की कोई सूचना नही है। बच्ची के परिजनों का आरोप है कि मासूम से दरिंदगी करने वाला गांव का ही एक दबंग है।