नई दिल्ली:– शहडोल में बर्ड फ्लू फैलने की आशंका पर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है. क्षेत्र में स्वास्थ्य शिविर लगाए जा रहे हैं. जिले के झींक बिजुरी क्षेत्र के मैरटोला करौदी में कुछ दिनों से एक-एक करके कौओं की मौत हो रही है. जिसके बाद लगातार कौवों की मौत से लोगों को चिंता सताने लगी और बर्ड फ्लू की आशंका होने लगी. अब इन कौओं की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट हो गया है. बर्ड फ्लू के संक्रमण से बचाव के लिए कंट्रोल रूम का भी गठन कर दिया गया है.
क्या बर्ड फ्लू से हुई कौओं की मौत?
शहडोल जिला मुख्यालय से लगभग 100 से 110 किलोमीटर दूर है झींक बिजुरी क्षेत्र का मैरटोला करौदी. जहां कुछ दिनों से लगातार कौओं की मौत हो रही है. घर-आंगन और खेत खलिहानों में आसमान से अचानक कौए गिरे जा रहे हैं. जिसके बाद वे तड़प तड़प कर मर रहे हैं. ये देखकर ग्रामीण भी दहशत में आ गए हैं.
इस तरह से अचानक कौओं के मरने के बाद पशुपालन विभाग की टीम ने मरे हुए कौओं का सैंपल जांच के लिए बाहर भेजा. इसके बाद से अब स्वास्थ्य विभाग की टीम और पशुपालन विभाग की टीम दोनों एक्टिव हो चुकी हैं. क्षेत्र में सर्वे कार्य आदि शुरू हो चुके हैं. क्योंकि कहा जा रहा है कि कौओं की मौत बर्ड फ्लू की वजह से हुई है.
क्षेत्र में लगाए जा रहे हैं स्वास्थ्य शिविर
शहडोल सीएमएचओ डॉ. राजेश मिश्राने बताया कि “इस बारे में वेटरिनरी विभाग से सूचना मिली थी. जिसके तहत स्वास्थ्य विभाग ने एहतियातन के कदम उठाते हुए, क्षेत्र का सर्वे करना शुरू कर दिया है. इसके साथ ही स्वास्थ्य शिविर लगाए गए हैं. अभी ऐसा कोई संदेहास्पद चीजें नहीं मिली हैं, जिससे मानव संक्रमण की आशंका हो.”
कौओं की मौत किस वजह से हुई इस सवाल पर उन्होंने कहा कि “पशुपालन विभाग के पास एक पत्र आया था, उसमें यह लिखा है कि कौओं की मृत्यु बर्ड फ्लू से हुई है. वेटरनरी विभाग के पत्र के अनुसार प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद हो गया है. हर परिस्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और प्रोटोकॉल के तहत लोगों की स्क्रीनिंग की जा रही है. स्वास्थ्य विभाग की टीम सर्वे कार्य कर रही है. हालांकि अभी ऐसी कोई बात सामने नहीं आई है और कोई सस्पेक्ट भी नहीं मिला है.”
2 कौओं का सैंपल जांच के लिए भेजा गया भोपाल
पशुपालन विभाग के डिप्टी डायरेक्टर आर. के. पाठक बताते हैं कि “झींक बिजुरी में अचानक कौओं की मौत की खबर मिली थी. जिसकी जांच के लिए हमने अपने कर्मचारियों को भेजा था. मौके पर 20 से 25 मृत कौए पाए गए. जिसमें से 2 को छोड़कर बाकी शेष को दफना दिया गया. 2 कौओं के सैंपल भोपाल में जांच के लिए भेजे गए हैं.”
”इतनी तादाद में कौओं के मरने से हम लोग भी अलर्ट हुए और बर्ड फ्लू की संभावना को देखते हुए पूरा प्रोटोकॉल अपनाते हुए वहां पर अपने कर्मचारी लगाए हुए हैं. यहां पर कंट्रोल रूम बनाया गया है. सभी जगह नोडल अधिकारी नियुक्त कर दिए गए हैं. हम लोगों ने सैनिटाइजर और दूसरी जरूरत की सामग्री की व्यवस्था कर ली है.”
जब उनसे कहा गया कि स्वास्थ्य विभाग ने पुष्टि की है कि कौओं की मृत्यु बर्ड फ्लू से हुई है? इस पर उनका कहना है कि “ऑफिशियल तौर पर तो हमें जानकारी नहीं है लेकिन ऐसा मान कर चलते हैं कि यह बर्ड फ्लू ही है.”
शहडोल के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश मिश्रा ने जानकारी दी है कि “बर्ड के संक्रमण की वजह से पक्षियों तथा मनुष्य में होने वाली बीमारी से बचाव के लिए और सर्विलांस मॉनिटरिंग के लिए कंट्रोल रूम, जिला रैपिड रिस्पांस टीम सहित सेक्टर कॉम्बैट टीम का भी गठन कर दिया गया है.” वहीं, पशुपालन विभाग के उप संचालक आरके पाठक ने भी जानकारी दी है कि जिले में बर्ड फ्लू बीमारी से बचाव के रोकथाम, नियंत्रण, जागरूकता और आकस्मिक संकट से निपटने के लिए जिला एवं विकासखंड स्तर में कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं और प्रभारी नियुक्त किए गए हैं.